पुराना है ग्रामीणों व खनन कंपनी का विवाद, अब जजपा जिलाध्यक्ष के बेटे ने दिखाई पिस्टल
यमुनानगर में खनन को लेकर रार बढ़ती जा रही है। कुछ ऐसा है विवाद दमोपुरा का है। ग्रामीणों और रॉयल्टी कंपनी के बीच चल रहे विवाद ने उस समय और तूल पकड़ लिया जब जजपा जिलाध्यक्ष के बेटे ने पिस्तौल तान दी।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। दमोपुरा में खनन के ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़क किनारे के मकानों में दरारें पड़ चुकी हैं। कई बार ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकल रहा। 26 अक्टूबर की रात को फिर से ग्रामीणों को सड़क पर आना पड़ा। ओवरलोड वाहनों को रोक दिया। इस मामले में पहले बूड़िया थाना पुलिस को भी शिकायत दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि ओवरलोड वाहनों को रोका जाए। अंडरलोड से कोई दिक्कत नहीं है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जिस वजह से अब यह मामला तूल पकड़ गया।
26 अक्टूबर की रात को जजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह का बेटे भूपेंद्र के साथ पुलिस के सामने ही ग्रामीणों का विवाद होता है। मामला इतना बढ़ जाता है कि भूपेंद्र पिस्टल निकाल लेता है और बूड़िया थाना प्रभारी लज्जा राम पर तान देता है। जिस पर पुलिस उससे पिस्टल छीनती है। इस मामले में दमोपुरा सरपंच प्रतिनिधि बलराम की शिकायत पर केस दर्ज हुआ। मामले में रामकुमार व अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को एक दिन के रिमांड पर लिया गया है।
ओएसडी के नाम से की गई फर्जी कॉल
इसी प्रकरण के दौरान थाना प्रभारी लज्जा राम को गृह मंत्री अनिल विज के ओएसडी के नाम से फर्जी कॉल की गई। इसकी जांच सीआइए वन के इंस्पेक्टर मनोज कुमार कर रहे हैं। सीआइए वन के इंचार्ज मनोज कुमार का कहना है कि पकड़े गए दोनों आरोपितों को शामिल तफ्तीश किया जाएगा। इनमें से रामकुमार ने ही फर्जी कॉल की थी। वहीं जजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह अपने बेटे को बेकसूर बता चुके हैं। जिन लोगों ने रास्ता रोक रखा था। वही खनन का कार्य करते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।