Lok Sabha Election Result: देश भर में पानीपत युद्ध भूमि की चर्चा, संजय बोले-मोदी हैं तो मुमकिन है
करनाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय भाटिया ने दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि ये सब मोदी और मनोहर की ईमानदार छवि की वजह से मुमकिन हुआ। पढि़ए ये रिपोर्ट।
पानीपत, जेएनएन। भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय भाटिया 6.56 लाख के रिकॉर्ड अंतर से लोकसभा चुनाव जीत गए। उन्होंने देश की दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल की। इनसे पहले गुजरात में भाजपा प्रत्याशी सीआर पाटिल ने 972739 वोट हासिल करते हुए 689668 मतों के अंतर से प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी को हराया था। संजय भाटिया ने इस जीत को मोदी लहर बताया है। कॉलेज में छात्र यूनियन के चुनाव से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले भाटिया ईमानदार और स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं। संगठन ने उन्हें करनाल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा। कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप शर्मा को हराकर रिकार्ड मतों से चुनाव जीत लिया। दैनिक जागरण के ब्यूरो प्रभारी अरविन्द झा ने इस जीत पर उनसे बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के कुछ मुख्य अंश:-
प्रश्न : आप देश में सर्वाधिक वोट से चुनाव जीते हैं, क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर : मनोहर की ईमानदारी और मोदी की यह जीत है। मोदी ने देश में राष्ट्रीयता की भावना भरी है। लोगों को यह पसंद आया। उनके कार्यों पर जनता ने मुहर लगा दी है।
प्रश्न : संगठन से अब जनता के हो गए। अपने में क्या बदलाव लाना चाहेंगे?
उत्तर : कॉलेज में 1986 में दाखिला लेने के बाद स्टूडेंट यूनियन का चुनाव लड़ा था। एक वर्ष बाद ही संगठन की जिम्मेवारी मुझ पर आ गई। 2016 से संगठन में पूर्णकालिक जिम्मेदारी दी गई। पानीपत छोड़ कर रोहतक में ज्यादा समय बीता है। अब संसद का चुनाव लड़ा हूं। सांसद बन जाने के बाद जनता की भागीदारी से हर काम में रुचि दिखाएंगे।
प्रश्न : आपका पांच स्ट्रांग प्वाइंट क्या है। कमियां कहां हैं, जिसे ठीक करना चाहेंगे?
उत्तर : भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था, सर्व शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं, स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति संवेदना.. ये मेरे स्ट्रांग प्वाइंट हैं। कमियां अपने अंदर है उसे ठीक करूंगा।
प्रश्न : परिवार के साथ आप कम समय गुजारते रहे। सांसद बनने के बाद इसकी भरपाई कैसे करेंगे?
उत्तर : मेरी शादी 25 अप्रैल 1994 को हुई। एक माह बाद 25 मई को मुझे एक धरने प्रदर्शन में शामिल होना था। सैकड़ों युवाओं को जुटाने में लग गया। ये सही है कि घर पर ज्यादा समय नहीं दे पाया, लेकिन पत्नी और बच्चों ने बखूबी घर को संभाला है।
प्रश्न : खाने में क्या पसंद करते हैं?
उत्तर : दाल और रोटी सबसे ज्यादा पसंद है। गरीबों का यही भोजन है।
प्रश्न : आप राजनीति घराने और संपन्न परिवार से हैं। नॉमिनेशन में आपने कम संपत्ति दिखाई। आमदनी का इससे अंदाजा नहीं लग रहा है?
उत्तर : संपत्ति जितनी है, उससे ज्यादा दिखा दिया। मेरे पास अपना कुछ नहीं है। जो कुछ है वो मेरे पिताजी का है।
प्रश्न : स्कूल, कॉलेज और राजनीतिक जीवन में कौन-कौन से दोस्त हैं। सांसद बनने पर दोस्त के लिए कुछ करना चाहेंगे?
उत्तर : कुछ नहीं। 25 वर्षों से दोस्तों ने मुझे संभाला है। सांसद बनने के बाद भी वही मुझे संभालेंगे।
प्रश्न : संघर्ष के दिनों के साथी कौन-कौन हैं?
उत्तर : आज भी वे मेरे साथी हैं। पार्टी के लिए एसेट हैं। वो आगे बढ़ेंगे। कार्य करने वाले की सभी जगह जरूरत है। बेशक उनके पास कोई दायित्व नहीं है, लेकिन समाज में उनका बहुत महत्व है।
प्रश्न : जीत के बाद आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
उत्तर : जनता के जो वोट मेरे खाते में नहीं आए अगले चुनाव में वो सब मेरे साथ होंगे।
अहम तथ्य
- 1986 में आइबी कॉलेज में दाखिला लिया
- 1987 में स्टूडेंट यूनियन का चुनाव लड़ा
- 1995 में पार्षद का चुनाव लड़ा
- 2000 में पार्षद का चुनाव लड़ा और निगम परिषद के चेयरमैन बने
- 2005 व 2009 में विधानसभा चुनाव लड़े
- 2016 में खादी बोर्ड के चेयरमैन बने
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