बजट में मिले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ब्याज पर छूट
एक फरवरी को केंद्रीय बजट आने वाला है। बजट पर आम लोगों को उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, पानीपत:
एक फरवरी को केंद्रीय बजट आने वाला है। बजट पर आम लोगों के साथ-साथ व्यापारी और उद्यमियों की निगाह लगी है। बजट में उन्हें क्या राहत मिलेगी। क्या बोझ पड़ेगा। उद्यमियों को उम्मीद है कि मंदी के दौर में बजट में राहत मिलेगी। उनके सुझाव शामिल किए जाएंगे। उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बैंक कर्ज पर ब्याज दरों में कमी होनी चाहिए। पानी का प्रबंध किया जाए : मुकेश रेवड़ी
पानीपत डायर्स एसोसिएशन के सचिव मुकेश रेवड़ी का कहना है कि उद्योगों के सामने भूजल दोहन की जो समस्या आ रही है। उसके लिए बजट में प्रावधान किया जाएगा। पानी को रि-साइकिल किया जाए। इसके लिए बजट में सब्सिडी पर संयंत्र लगाने का प्रावधान होगा। उद्यमियों की जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) लगाने की मांग चल रही है। उम्मीद है कि बजट में वित्त मंत्री उनकी सुनवाई करेंगी। सरकार उद्योगों को बढ़ाने के लिए अलग से प्रावधान करे : नितिन अरोड़ा
उद्यमी नितिन अरोड़ा का कहना है कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अलग से बजट में प्रावधान किया जाए। टेक्सटाइल उद्योगों में कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार मिलता। इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आधुनिकीकरण जरूरी है। इसके लिए टफ योजना के तहत बजट सब्सिडी युक्त कर्ज का प्रावधान करवाया जाए। बजट में कपड़ा उद्योगों को मिले सौगात : ओपी नागपाल
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के संगठन सचिव ओपी नागपाल का कहना है कि बजट से उन्हें कपड़ा उद्योगों के लिए राहत मिलने की उम्मीद है। जीएसटी लागू होने के बाद कपड़ा उद्योग मंदी से जूझ रहा है। बजट में जीएसटी की एवज में राहत दी जाए। बजट में आयकर में राहत मिले : राजीव अग्रवाल
उद्यमी राजीव अग्रवाल को कहना है कि पिछले बार बजट में आयकर में राहत नहीं दी गई थी। इस बार बजट में 8 लाख रुपये टैक्स मुक्त किया जाए। खासकर उद्यमियों के लिए। इससे उन्हें उद्योगों में पूंजी अधिक लगाने का रास्ता मिल सकेगा।