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शुगर मिल डिस्टलरी यूनिट का दूषित पानी सीवर के मैनहोल में डाला, प्रदूषण बोर्ड ने भरे सैंपल

शुगर मिल डिस्टिलरी यूनिट का गंदा पानी जन स्वास्थ्य विभाग के मैनहोल में मिलाया जा रहा है। मानक से ज्यादा गंदा होने पर एसटीपी में यह ट्रीट नहीं हो पा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वीरवार को गोहाना रोड स्थित डिस्टिलरी यूनिट से निकाले जा रहे जहरीले गंदा पानी स्थल का मौका मुआयना किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 08:20 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 08:20 AM (IST)
शुगर मिल डिस्टलरी यूनिट का दूषित पानी सीवर के मैनहोल में डाला, प्रदूषण बोर्ड ने भरे सैंपल
शुगर मिल डिस्टलरी यूनिट का दूषित पानी सीवर के मैनहोल में डाला, प्रदूषण बोर्ड ने भरे सैंपल

जागरण संवाददाता, पानीपत : शुगर मिल डिस्टलरी यूनिट का दूषित पानी जन स्वास्थ्य विभाग के मैनहोल में मिलाया जा रहा है। शिकायत है कि मानक से ज्यादा दूषित होने पर एसटीपी में यह ट्रीट नहीं हो पा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वीरवार को गोहाना रोड स्थित डिस्टलरी यूनिट से निकाले जा रहे जहरीले पानी के स्थल का मौका मुआयना किया। सैंपल भरने प्रदूषण बोर्ड की टीम भी मौके पर पहुंची। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एमडी से मुलाकात कर डिस्टलरी यूनिट की इस गंभीर समस्या से अवगत कराया।

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गोहाना रोड पर शुगर मिल परिसर में एक डिस्टलरी यूनिट है। गन्ने की खोई से इस यूनिट में शराब बनती है। वेस्ट से बायोकंपोस्ट बनाया जाता है। बीते दिनों बारिश होने से कंपोस्ट का दूषित पानी बह कर डिस्टलरी यूनिट के नाले से ओवरफ्लो होने लगा। इस गंदे पानी को बाहर निकालने के लिए शुगर मिल की चारदीवारी की दो-चार ईंटें तोड़ कर उसे जन स्वास्थ्य विभाग के मैनहोल में गिरा दिया। इसके लिए मैनहोल की दीवार को भी नुकसान पहुंचाया गया। जाटल रोड स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में जब इस गंदे पानी को ट्रीट करने में परेशानी आई तो जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ भूपेंद्र सिंह व जेई कुंज पवार दोपहर 12:20 बजे डिस्टलरी यूनिट के सामने उस मैनहोल के पास पहुंचे। फोन पर सूचना देकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा और एसडीओ प्रदीप कुमार को बुलाया। आरओ ने मौके पर दो केन में सैंपल भरवाए। डिस्टलरी यूनिट से निकलते गंदे जल का वीडियो भी बनाया।

चीफ इंजीनियर राजकुमार मौके पर पहुंचे

प्रदूषण बोर्ड की तरफ से बुलावे पर डिस्टलरी यूनिट के चीफ इंजीनियर राजकुमार भी गोहाना रोड पर उस स्थल पर पहुंचे। दीवार तोड़ कर मैनहोल में गंदा पानी मिलाया जा रहा था। उन्होंने यूनिट के कनिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तलब कर हर हाल में रोकने के निर्देश दिए।

दुर्गध से आरकेपुरम में जीना मुहाल

डिस्टलरी यूनिट के वेस्ट व और गंदे पानी की सड़ांध से लोगों का जीना मुहाल है। कालोनी वासी राहुल गोस्वामी ने बताया कि इस दुर्गंध से लोग बीमार पड़ रहे हैं। डिस्टलरी यूनिट और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। शहर के बीचोंबीच मानकों का उल्लंघन कर गंदा जहरीला पानी बाहर निकाल रहे हैं। कालोनीवासी इस बारे में जल्द ही विधायक व सांसद को इस गंभीर समस्या से अवगत कराएंगे।

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शुगर मिल के प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर डिस्टलरी यूनिट से निकल रहे गंदे पानी को रोकने के बारे में कहा गया है। भविष्य में कभी इस तरह का मामला सामने आया तो विभाग इस यूनिट के दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा।

भूपेंद्र सिंह, एसडीई, जन स्वास्थ्य विभाग डिविजन-2, पानीपत।


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