पत्नी की हत्या कर शव के आरी से किए थे 5 टुकड़े, बाडी को खुर्द-बुर्द करने के दोषी देवर को सात 7 की सजा
पानीपत के समालखा की पंचवटी कालोनी में रहने वाले उसके जीजा इश्तियाख उर्फ मुन्ना ने उसकी बहन अफसाना की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव के टुकड़े करके नहर में फेंक दिए थे। पुलिस ने रजवाहे से प्लास्टिक का कट्टा बरामद किया।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत अदालत ने भाभी के शव के पांच टुकड़ों को खुर्द-बुर्द करने के दोषी सिराज को अदालत ने सात साल की सजा और 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। जुर्माना न देने पर दोषी को छह महीने की अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
18 मार्च 2019 को समलाखा के नबीन ने थाना समालखा को पुलिस को शिकायत दी थी कि समालखा की पंचवटी कालोनी में रहने वाले उसके जीजा इश्तियाख उर्फ मुन्ना ने उसकी बहन अफसाना की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव के टुकड़े करके नहर में फेंक दिए। पुलिस ने रजवाहे से प्लास्टिक का कट्टा बरामद किया। जिसमें कमरे के नीचे के तीन टुकड़े थे। जो कि अफसााना के थे। पुलिस ने आरोपित इश्तियाख व उसके भाई सिराज को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त लोहे की आरी बरामद की। इश्तियाख की जेल में मौत हो गई। सिराज को अदालत ने सजा सुनाई।
इधर... दहेज में एक लाख रुपये न देने पर फंदा लगाकर पत्नी को मार डाला
जागरण संवाददाता, पानीपत : नलवा कालोनी में घर में एक महिला फंदे पर लटकी मिली। 25 नवंबर को महिला की शादी की दूसरी सालगिरह थी। मायका पक्ष आरोप लगाया कि दहेज में एक लाख रुपये न देने पर बेटी को पति ने फंदा लगाकर मार डाला। स्वजनों ने सिविल अस्पताल में रोष जताकर आरोपित की गिरफ्तारी की मांग की।वहीं ससुराल पक्ष वालों का कहने है कि पति के साथ झगड़े के बाद महिला ने फंदा लगा लिया। दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के इदरीशपुर गांव के निकुल ने बताया कि उसकी बहन दीपा (26) की 25 नवंबर 2020 को नलवा कालोनी के मोनू के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुरालियों ने दीपा को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। दीपा का पति मोनू दहेज के लिए अकसर शराब पीकर मारपीट करता था। करीब छह महीने पहले भी दीपा घर से 50 हजार रुपए लेकर गई थी और अपने पति मोनू को दिए थे। इसके कुछ दिनों बाद तक तो दीपा को ठीक रखा, लेकिन फिर पैसों की मांग की जाने लगी। 23 नवंबर को मोनू ने एक लाख रुपये की मांग रखी। मायका पक्ष इस मांग को पूरा न कर सका।
29 नवंबर को पता लगा कि दीपा को उसके पति मोनू ने पैसे न देने पर फंदा लगाकर जान से मार दिया। मोनू ने उसे सूचना दी कि दीपा की सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई। दीप दो बहनों व दो भाइयों में तीसरे नंबर की थी। दीपा की कोई संतान नहीं है। उधर, मोनू के स्वजनों का कहना है कि मंगलवार शाम 4:30 बजे मोनू और दीपा में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। मोनू घर से चला गया था। मोनू की मां दुकान से सब्जी लेने चली गई। वह 15 मिनट बाद आई तो कमरे की अंदर से कुंडी लगी थी।
दरवाजा खटखटाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। सास ने पड़ोसियों को बुलाया और दरवाजा तोड़ा। दीपा ने दरवाजे की ग्रिल से फंदा चुन्नी से फंदा लगा रखा था। इस बारे में थाना चांदनी बाग प्रभारी इंस्पेक्टर महीपाल ने बताया कि मोनू के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज कर लिया है। दीपा को शव का वीरवार को पीजीआइ रोहतक में डाक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।