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मौखिक विरोध के बावजूद नगरपालिका ने तीन जगहों से हटवाए स्थाई कब्जे

मौखिक विरोध के बावजूद नगरपालिका ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की उपस्थिति में पुराना बस अड्डा स्थित निजी गली के गेट हरियाणा पब्लिक स्कूल और धर्म कांप्लेक्स के रास्ते से कब्जे हटाए। जेसीबी द्वारा दीवार को जमींदोज किया गया। कार्रवाई के दौरान पालिका पदाधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 09:50 AM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 09:50 AM (IST)
मौखिक विरोध के बावजूद नगरपालिका ने तीन जगहों से हटवाए स्थाई कब्जे
मौखिक विरोध के बावजूद नगरपालिका ने तीन जगहों से हटवाए स्थाई कब्जे

जागरण संवाददाता, समालखा : मौखिक विरोध के बावजूद नगरपालिका ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की उपस्थिति में पुराना बस अड्डा स्थित निजी गली के गेट, हरियाणा पब्लिक स्कूल और धर्म कांप्लेक्स के रास्ते से कब्जे हटाए। जेसीबी द्वारा दीवार को जमींदोज किया गया। कार्रवाई के दौरान पालिका पदाधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे। पुराना बस अड्डा पर कब्जाधारियों ने हल्का मौखिक विरोध किया। पालिका अधिकारी और कर्मचारियों पर दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगाया। कोर्ट के आदेश और सीएम विडो की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई।

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गौर है कि कोर्ट और उच्चाधिकारी के आदेशों के बाद नपा अधिकारी लंबे समय से कार्रवाई करने के फिराक में थे। पुलिस बल नहीं मिलने से कई बार कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा था। बुधवार की दोपहर प्रशासनिक अमला सबसे पहले हरियाणा पब्लिक स्कूल के पास पहुंची। वहां गली के सामने बनी दीवार को जमींदोज किया। उसके बाद धर्म कांप्लेक्स क्षेत्र में बंद गली की दीवार गिराकर उसे चालू करवाया।

इसके बाद टीम पुराना बस अड्डा स्थित विवादित गेट के पास पहुंची। वहां भी कब्जाधारी ने स्वयं गेट का शटर हटा लिए। अधिकारियों के सामने भी पीड़ित और शिकायतकर्ता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार अभिमन्यु, चौकी प्रभारी हरिराम, नपा सचिव मनीष शर्मा, एसआइ विकास आदि कब्जा हटाते समय मौजूद रहे। 35 सालों से गली में लगा था गेट

पीड़ित कुलदीप सिंह और हैप्पी ने बताया कि यह उनकी निजी गली है। एक भाई ने किसी दूसरे को प्लाट बेच दिया। तब से शटर हटाने का विवाद शुरू हुआ है। करीब साढ़े तीन दशक पहले उनका संयुक्त परिवार के समय सुरक्षा के लिए शटर लगाया गया था। खरीदार का परिवार यहां नहीं रहता है। फिर भी नगरपालिका पर दबाव बनाकर उसने शटर हटवा दिया। यदि उनके परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। नपा सचिव मनीष शर्मा ने बताया कि सीएम विडो तथा कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई की गई है। केवल शटर हटाने के आदेश थे। बीम हटाने के बारे में तकनीकी टीम ही बता सकती है।


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