डेढ़ लाख लीटर पानी खपाने के बावजूद नहीं बुझी डंपिग ग्राउंड की आग
गढ़ी छाजू रोड स्थित नगरपालिका के डंपिग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने की कोशिश में फायर ब्रिगेड डेढ़ लाख लीटर पानी खपा चुका है लेकिन तीन दिन बाद भी कूड़ा रह-रहकर सुलग रहा है। इससे निकलने वाला जहरीला धुआं लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसके चलते भापरा के लोगों में रोष व्याप्त है।
जागरण संवाददाता, समालखा: गढ़ी छाजू रोड स्थित नगरपालिका के डंपिग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने की कोशिश में फायर ब्रिगेड डेढ़ लाख लीटर पानी खपा चुका है लेकिन तीन दिन बाद भी कूड़ा रह-रहकर सुलग रहा है। इससे निकलने वाला जहरीला धुआं लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसके चलते भापरा के लोगों में रोष व्याप्त है। वहीं, नगरपालिका के अधिकारियों डंपिग ग्राउंड की जिम्मेदारी जेबीएम कंपनी पर थोपकर पल्ला झाड़ लिया है। दूसरी ओर, जेबीएम कंपनी ने भी अभी तक सुध नहीं लेने की जहमत नहीं उठाई है।
गौरतलब है कि नगरपालिका की तरफ से गढ़ी छाजू रोड पर करीब दो एकड़ जगह में डंपिग ग्राउंड बनाया गया है। यहां हर रोज कस्बे से निकलने वाला करीब बीस टन कूड़ा डाला जाता है। अब यहां जगह कम होने के कारण कूड़े के ऊंचे ढेर लग चुके हैं। मंगलवार को दोपहर के समय अज्ञात कारणों से यहां आग लग गई थी। चंद मिनटों में ही आग भड़क गई। आस-पास के किसानों को फसल में आगजनी का खतरा पैदा हुआ तो सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। दमकलकर्मियों ने आग बुझा दी लेकिन यह रह-रहकर सुलगती रही। दमकलकर्मी आग सुलगने की सूचना पर पहुंचे और करीब डेढ़ लाख लीटर पानी दो दिन में खपा चुके हैं। इसके बावजूद आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। जहरीले धुएं से सांस लेना हुआ मुहाल
डंपिग ग्राउंड में लगी आग के कारण उससे निकलने वाले धुएं ने पिछले तीन दिन से भापरा वासियों का जीना मुहाल कर दिया है। स्थानीय निवासी सुरेंद्र कुमार, रोहताश, सुशील, जितेंद्र आदि ने बताया कि एक तो कूड़े से आने वाली बदबू उनके लिए परेशानी बनी हुई थी, ऊपर से आग लगने के कारण निकलने वाले धुएं ने उनका सांस लेना मुश्किल कर दिया है। दमा से पीड़ित लोग व बुजुर्गो को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। रास्ते बगैर संभव नहीं
फायर इंचार्ज मनोज शर्मा ने बताया कि दो दिन में हम डंपिग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने के लिए पानीपत से भी गाड़ियां मंगवाकर प्रयास कर चुके हैं। हमने करीब डेढ़ लाख लीटर पानी की बौछार की है, परंतु रास्ते की कमी और जहरीले धुएं से होने वाली परेशानी के कारण आग को पूरी तरह से बुझाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। हमने नपा सचिव से जेबीसी से रास्ता व कूड़े के ढेरों को पलटने के लिए कहा है, ताकि नीचे तक पानी को पहुंचाया जा सके। डंपिग ग्राउंड की जिम्मेदारी जेबीएम कंपनी की है। हमने उसके अधिकारियों को जेसीबी की व्यवस्था करने के लिए कहा है, ताकि रास्ता बनने पर फायर कर्मी आग पर काबू पा सके।
प्रदीप कुमार, नपा सचिव