उचाना पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, जेजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर समस्याएं सुनीं
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जींद के उचाना पहुंचे। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं से बातचीत की। साथ ही लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि विकास के मामले में उचाना नंंबर वन होगा।
उचाना (जींद), संवाद सूत्र। रजबाहा रोड स्थित जजपा कार्यालय में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को लोगों की समस्याएं सुनी। पीने के पानी, गांव में विकास संबंधित जो-जो समस्याएं उनके पास पहुंची उनका तुरंत समाधान करने के मौके पर मौजूद अधिकारियों को दिए।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उचाना हलका उनकी कर्म भूमि है। यहां के लोगों ने हमेशा उनके परिवार का साथ दिया है। यहां के लोगों का कर्ज वो कैसे भी नहीं चुकता कर सकते है। महीने में दो बार वो उचाना आएंगे ताकि लोगों की समस्याओं के समाधान वो मौके पर कर सकें। उचाना आकर अपनों के बीच पहुंचने पर मन को खुशी मिलती है।
कहा, महीने की 5, 20 तारीख को उनके आने का कार्यक्रम रहेगा। इन दिनों में किसी वजह से वो नहीं आए पाए तो महीने के अन्य दिन वो उचाना आएंगे। कार्यकर्ता संगठन की सबसे बड़ी ताकत होती है। जिस संगठन के कार्यकतर मजबूत होते है वो संगठन सबसे आगे होता है। उनके परिवार के दरवाजे हमेशा कार्यकर्ताओं के लिए खुले रहते है। उन्होंने कहा कि उचाना को विकास के मामले में हरियाणा में नंबर वन पर लाया जाएगा। पहले भी विकास को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है। कोरोना काल के चलते जरूर विकास की जो स्पीड कम हुई थी उसको अब तेज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, गांव को गांव से जोड़ने के लिए जो रास्ते है वो पक्के किए जा रहे है। काफी जगहों पर काम चल रहा है। सड़कों के निर्माण हुए है तो अनेकों ऐसे काम किए गए है जिनकी मांगे वर्षो पुरानी रही है। डिप्टी सीएम ने कहा कि उचाना हलके के हर मतदाता का उन पर हक है। वो किसी भी समय अपने परिवार, अपने एरिया के कार्य के लिए उनके पास आ सकते है। हर संभव कोशिश रहेगी कि जो काम को लेकर आए है उनके काम हो। हरियाणा में कम समय में जेजेपी पार्टी ने कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत 10 सीटें हासिल की। आज जजपा सत्ता का हिस्सा कार्यकर्ताओं की देन है। कार्यकर्ताओं ने जो मेहनत की उस मेहनत का फल कार्यकर्ताओं को मिलेगा।
इस मौके पर विधायक अमरजीत ढांडा, प्रोफेसर जगदीश सिहाग, पूर्व विधायक भाग सिंह छातर, जोरा सिंह डूमरखां, विश्ववीर नंबरदार, शमशेर नगूरां, चंद्रपाल शर्मा, रामदत्त शर्मा, मांगेराम शमर, कर्ण सिंह दरोली, साब छातर, नसीब घसो, ज्ञानी तारखां, मिया सिंह सिहाग, राजबीर भौंगरा, महेंद्र लोधर, चांदी मांडी, धर्मबीर श्योकंद, विजय कुंडू, रामनिवास सफा खेड़ी, बलजीत उचाना खुर्द, मनोज शर्मा, सूरजमल ग्रोवर, लीला करसिंधु, धोला खटकड़, महेंद्र खटकड़ मौजूद रहे।