थुआ के सरकारी स्कूल के शिक्षकों का ऐसा प्रयास, डिप्टी सीएम भी हुए मुरीद
कैथल के थुआ गांव के सरकारी स्कूल के शिक्षकों का प्रयास देखकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी मुरीद हो गए हैं। दैनिक जागरण की खबर पढ़कर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने स्कूल में और ज्यादा सुविधाएं जुटाने के लिए एस्टीमेट मांगा है।
जींद, जेएनएन। राजकीय प्राइमरी स्कूल थुआ के शिक्षकों की मेहनत की सराहना हर तरफ हो रही है। दैनिक जागरण ने पांच शिक्षकों द्वारा अपने वेतन से जर्जर स्कूल की तस्वीर बदल देने की स्टोरी प्रकाशित की थी। इसके बाद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की तरफ से स्कूल इंचार्ज को फोन कर उनके प्रयासों की सराहना की गई। साथ ही स्कूल में और क्या जरूरतें हैं, उसका एस्टीमेट बनवा कर भिजवाने के लिए कहा है। ताकि स्कूल में बच्चों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
गौरतलब है कि ये स्कूल तीन साल पहले तक जर्जर हालत में था। खिड़कियां टूटी हुई थी। जिससे सर्दियों और गर्मियों में बच्चे परेशान रहते थे। स्कूल इंचार्ज सुनील आर्य ने शिक्षक रविंद्र कुमार, दीपक भारद्वाज, राजेश सिवाच, सीमा देवी के साथ मिलकर व्यवस्था सुधारनी शुरू की। पांचों शिक्षकों ने अपने वेतन में रुपये एकत्रित कर खिड़कियां ठीक कराईं। स्कूल भवन की मरम्मत करवा कर पेंट करवाया।
बदहाल शौचालयों की मरम्मत कराई। साथ पंचायत के सहयोग से स्कूल के अंदर और बाहर गली बनवाई। मूलभूत सुविधाएं जुटाने के बाद गांव में डोर टू डोर जाकर अभिभावकों से संपर्क किया और उनका भरोसा जीत कर छात्र संख्या 98 से 128 तक पहुंचा दी।
अगले सत्र में छात्र संख्या 200 पहुंचाने का लक्ष्य
स्कूल इंचार्ज सुनील आर्य ने बताया कि एस्टीमेट तैयार कराए जा रहे हैं। अगले सत्र में उनका लक्ष्य छात्र संख्या 200 तक पहुंचाना है। जिसके लिए बैंच और फर्नीचर की आवश्यकता पड़ेगी। वहीं पांच किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने, शुद्ध पेयजल के आरओ व अन्य व्यवस्था सहित जो भी जरूरतें हैं। उसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से मिलकर एस्टीमेट बनवा रहे हैं। वहीं साथ लगती हाई स्कूल विंग में कंप्यूटर टीचर लगाने की भी मांग की गई है। पिछले दिनों समग्र शिक्षा विभाग कार्यालय की तरफ से स्कूल का दौरा किया गया।