शिक्षा विभाग ने मासिक एसेसमेंट टेस्ट का ट्रेंड बदला, एसएटी में पहले दिन 35720 परीक्षा में बैठे
24720 ने नौवीं से 12वीं तक की परीक्षा दी। 11 हजार छठी से आठवीं तक की परीक्षा में बैठे।
-24720 ने नौवीं से 12वीं तक की परीक्षा दी
-11 हजार छठी से आठवीं तक की परीक्षा में बैठे
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जागरण संवाददाता, पानीपत : शिक्षा विभाग ने बोर्ड कक्षाओं में सेमेस्टर सिस्टम में बदलाव के बाद अब मंथली एसेसमेंट टेस्ट (एमएटी) को भी बदल दिया है। विभाग ने अब स्टूडेंट एसेसमेंट टेस्ट (एसएटी) लेना शुरू किया है। सोमवार को परीक्षा का पहला दिन रहा। जिसमें 35720 परीक्षार्थी बैठे।
जिले के सरकारी स्कूलों में सोमवार को स्टूडेंट एसेसमेंट टेस्ट (एसएटी) आयोजित किया गया। पहले दिन छठी से 12वीं की परीक्षा रही। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्कूल स्तर पर आयोजित परीक्षा का मौका मुआयना किया।
पहले दिन छठी और 12वीं की परीक्षा
शिक्षा विभाग द्वारा स्टूडेंट एसेसमेंट टेस्ट पहली से 12वीं कक्षा तक आयोजित की गई है। सोमवार को पहले दिन छठी से 12वीं कक्षा तक का पेपर रहा। छठी कक्षा का ¨हदी, सातवीं का गणित, आठवीं का इंग्लिश, नौवीं का इंग्लिश, 10वीं का सोशल साइंस, 11वीं का इंग्लिश और 12वीं का इकोनोमिक्स और होम साइंस का पेपर रहा। अधिकारियों के अनुसार नौवीं से 12वीं कक्षा तक 24720 और छठी से आठवीं कक्षा के 11 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे।
कई स्कूलों में प्रश्न पत्र कम आने की शिकायत
शिक्षा विभाग के स्टूडेंट एसेसमेंट टेस्ट पहले दिन ही सवालों के घेरे में आ गई। जिले के कई सरकारी स्कूलों में प्रश्न पत्र कम आने की शिकायत सामने आई। स्कूल प्रमुखों और स्टाफ ने अपने स्तर पर प्रश्न पत्रों का प्रबंध किया। शिक्षा अधिकारियों ने प्रश्न पत्र कम होने से साफ इंकार किया है। डिप्टी डीईओ राजपाल ¨सह ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हर विषय में अतिरिक्त प्रश्न पत्र की व्यवस्था है। स्कूल प्रमुखों को उनकी डिमांड के अनुसार ही प्रश्न पत्र दिए गए हैं।
वर्जन
विभाग ने मंथली एसेसमेंट टेस्ट की जगह इस बार स्टूडेंट एसेसमेंट टेस्ट लेना शुरू किया है। स्कूल स्तर पर आयोजित परीक्षा में विद्यार्थियों का आकलन किया जा सकेगा।
उदय प्रताप ¨सह, जिला शिक्षा अधिकारी।