हरियाणा के इस शहर में डेंगू का कहर, अब तक 72 पाजिटिव, अब सरकारी अस्पताल में निशुल्क प्लेटलेट्स
हरियाणा के यमुनानगर में डेंगू का कहर देखने को मिला रहा है। अब तक 72 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है। वहीं अब सरकारी अस्पताल में दाखिल मरीज को निशुल्क चढ़ाए जाएंगे प्लेटलेट्स।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। लगातार मरीज बढ़ रहे हैं। सरकारी आंकड़े में अभी तक 72 मरीज ही रिपोर्ट हुए हैं, लेकिन निजी चिकित्सकों के पास मरीजों की भीड़ लगी हुई है। हर रोज दो से चार मरीज सरकारी रिकार्ड में बढ़ रहे हैं। लैब में भी अधिकतर डेंगू की जांच के लिए ही मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें सबसे अधिक प्लेटलेट्स की जांच कराई जा रही है, क्योंकि डेंगू होते ही प्लेटलेट्स गिर रही हैं। इसके साथ ही चिकनगुनिया ने भी दस्तक दे दी है। दो मरीज चिकनगुनिया के भी मिले हैं। सिविल अस्पताल में वायरल के ही अधिक मरीज आ रहे हैं। रोजाना 100 से 150 मरीज वायरल के आ रहे हैं। इनमें से संदिग्ध मरीजों की डेंगू की जांच कराई जा रही है।
गत वर्ष भी जिले में डेंगू का प्रकोप फैला था। छह वर्ष का रिकार्ड टूट गया था। 241 मरीज सरकारी रिकार्ड में आए थे, लेकिन निजी अस्पतालों में काफी मरीज दाखिल हुए थे। यहां तक कि अस्पतालों में बेड फुल हो गए थे। हालांकि इस बार ऐसी स्थिति अभी तक नहीं बनी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। डेंगू की स्थिति पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
मरीज को निशुल्क चढ़ाए जाएंगे प्लेटलेट्स
डेंगू की चपेट में आए मरीजों की प्लेटलेट्स भी गिर रही है। जिसकी वजह से नारियल पानी, पपीता व मौसमी के जूस की मांग बढ़ी हुई है। वहीं रक्तदान करने वाली संस्थाओं के पास भी प्लेटलेट्स के लिए काल आने लगे हैं। स्माइल फाउंडेशन के सचिव राहुल दुरेजा ने बताया कि अभी अधिक मांग नहीं आ रही है। रोजाना चार से पांच काल आ रही है। जिसके लिए डोनर उपलब्ध कराया जाता है। हालांकि वायरल में भी मरीज की प्लेटलेट्स गिर जाती है। इसलिए ही अब डेंगू के मरीजों को सिविल अस्पताल में प्लेटलेट्स निशुल्क चढ़ाए जाएंगे। इसके लिए जरूरी है कि डेंगू से प्रभावित मरीज किसी भी सिविल अस्पताल में भर्ती हो। इतना ही नहीं उसके पास हरियाणा का स्थायी निवास पत्र भी होना जरूरी है। डेंगू के केस बढ़ने पर अक्सर मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स घटने लगते हैं। इसलिए डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच प्लेटलेट्स की मांग काफी बढ़ जाती है। प्राइवेट अस्पताल में ही एसडीपी यानी सिंगल डोनर प्लेटलेट्स चढ़ाने के कम से कम 11 हजार रुपये लिए जाते हैं।
यह है आंकड़ा :
वर्ष - मलेरिया - डेंगू
2016 - 503 - 65
2017- 266 - 70
2018- 94 - 42
2019- 21 - 51
2020 -03 - 36
2021- 04 - 241
2022 - 01 - 72 अब तक
दो लाख 27 हजार घरों का किया जा सर्वे :
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक दो लाख 27 हजार 473 घरों में रैपिड फीवर सर्वे हो चुका है। जिसके तहत बुखार के संदिग्ध मरीजों की जांच कर स्लाइड बनाई गई। इसके साथ ही घरों में लारवा मिलने पर 1530 लोगों को नोटिस जारी किए गए।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. सुशीला सैनी ने बताया कि डेंगू से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। संदिग्ध मरीजों की स्लाइड बनाई जा रही है। लोगों को भी घरों में साफ सफाई रखने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए टीमें घरों का सर्वे भी कर रही हैं।