दिल्ली क्राइम ब्रांच कर्मियों के बयान किए कलमबंद
एक माह पहले कस्बे के पंजाबी मोहल्ला में दिल्ली क्राइम ब्रांच की दबिश के दौरान छत से गिरकर बदमाश महेश ठेकेदार की मौत के मामले में मंगलवार को छापे में शामिल टीम के सदस्यों के बयान दर्ज हुए।
जागरण संवाददाता, समालखा : एक माह पहले कस्बे के पंजाबी मोहल्ला में दिल्ली क्राइम ब्रांच की दबिश के दौरान छत से गिरकर बदमाश महेश ठेकेदार की मौत के मामले में मंगलवार को छापे में शामिल टीम के सदस्यों के बयान दर्ज हुए। एसडीएम कार्यालय में ये कार्रवाई कई घंटे तक चली। गौरतलब है कि मृतक महेश के परिजनों ने घटना पर सवाल उठाए थे। इस पर पुलिस की सिफारिश पर जिला उपायुक्त ने तत्कालीन एसडीएम गौरव कुमार को मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। अब मौजूदा एसडीएम कुशल कटारिया ने आगे की जांच शुरू कर दी है। बदमाश को साथ लेकर दी थी दबिश
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई यशपाल सिंह के मुताबिक हेड कांस्टेबल संदीप, सत्येंद्र, अनिल मलिक, भूप सिंह, सिपाही प्रवेश, संदीप व रामबीर के साथ टीम ने एक मामले में फरार दीपक पुत्र सुंदर लाल वासी प्रहलादपुर दिल्ली को काबू किया था। उसकी निशानदेही पर तीन अन्य गैंगस्टर साथियों को पकड़ने के लिए पंजाबी मोहल्ला में दबिश दी थी। इस दौरान, वहां मौजूद तीन बदमाशों सुरेंद्र, विजय व सावन को गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली के प्रहलादपुर निवासी चौथा बदमाश महेश ठेकेदार भागने की कोशिश में छत से नीचे कूद गया। हादसे में उसकी मौत हो गई थी। महेश ठेकेदार दिल्ली के पार्षद के बेटे के अपहरण और रंगदारी के केस में फरार चल रहा था। परिजनों ने उठाए थे सवाल
दबिश देने वाली दिल्ली क्राइम ब्रांच टीम ने महेश ठेकेदार की बचकर निकलने की कोशिश में छत से कूदने के कारण मौत होने का हवाला दिया तो उसके परिजनों ने पुलिस की बात को कहानी बताकर मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जिला उपायुक्त से मजिस्ट्रेट जांच की सिफारिश की थी।