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चौधर की जंग, गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के प्रधान पर फैसला टला, सौं‍पी चाबियां

मॉडल के गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के मामले में सांसद संजय भाटिया के साथ पंचायत हुई। दोनों पक्षों को रजिस्ट्रार व पुलिस प्रशासन को शिकायत उठाने का समय दिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 09:46 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 09:46 AM (IST)
चौधर की जंग,  गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के प्रधान पर फैसला टला,  सौं‍पी चाबियां
चौधर की जंग, गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के प्रधान पर फैसला टला, सौं‍पी चाबियां

पानीपत, जेएनएन। शहर के सबसे प्रमुख गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के प्रधान का विवाद सुलझाने के लिए तीन घंटे तक मैराथन बैठक हुई। सांसद संजय भाटिया को बीच में आना पड़ा। आखिरकार निवर्तमान प्रधान मोहनजीत ने चाबियां दरबार साहब को सौंप दीं। इसके साथ ही वह अब सभा के मुख्य सेवादार (प्रधान) पद से मुक्त हो गए। हालांकि नया प्रधान कौन होगा, इसका फैसला नहीं हुआ। बुधवार को दोबारा पंचायत होगी। तब तक दोनों ही पक्षों को अपनी शिकायतें वापस लेनी होंगी।

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शाम पांच बजे मॉडल टाउन स्थित गुरुद्वारे में सिख संगत की बैठक बुलाई गई। तीन सौ से अधिक लोग पहुंच गए। बैठक शुरू होते ही दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। मामला बिगड़ता देख सांसद संजय भाटिया ने दोनों पक्षों से पांच-पांच सदस्यों को लिया। उनके साथ अलग से बैठक की। तीन घंटे तक बैठक के दौर चलते रहे। गुरु रामदास सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य के कार्यालय में बैठक चली। पांच दिन पहले बनाए गए प्रधान गुरशरण बब्बू पूरी मीङ्क्षटग के दौरान प्राचार्य कार्यालय से बाहर बैठे रहे। मोहनजीत मीङ्क्षटग में शामिल रहे। दो तीन बार वे बाहर आए। विचार को दौर चलते रहे। 

दोनों पक्षों के पांच-पांच सदस्य शामिल किए 

गुरशरण बब्बू की तरफ से जोगेंद्र चावला, इकबाल ङ्क्षसह, प्रीतम सचदेवा, एचएस धम्मू, रणजीत सिंह के नाम दिए गए। मोहनजीत पक्ष से स्वयं मोहनजीत, सुरेंद्र, कुलविंद्र सिंह, परमजीत सिंह बत्रा, हरमिंद्र सिंह शामिल हुए। इन सभी 10 सदस्यों से एक-एक करके सांसद ने विचार जाने। उसके बाद सभी ने इकट्ठे बैठकर विचार लिए। बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई। ज्यादातर सदस्यों ने पुलिस में मामला जाने पर एतराज किया। 

दरबार साहब दिखाएंगे रास्ता : भाटिया

दोनों पक्षों की बैठक की बाद भी फैसला सिरे न चढऩे पर सांसद संजय भाटिया ने पूरी संगत को गुरु दरबार में चलने को कहा। उन्होंने कहा कि वहां शबद कीर्तन सुनेंगे। दरबार साहब जो राह दिखाएंगे, उसके मुताबिक फैसला लेंगे। यहां उन्होंने संगत को बात रखने के लिए कहा। संगत के एक दो व्यक्ति उठे। उन्होंने थाने में मामला जाने व पहले पुलिस में कौन गया कि जानकारी मांगी। सांसद ने कहा कि पहले कौन गया, इस बात को छोड़ें। हमें जब इस मामले का पता चला, तभी पुलिस को बोल दिया था कि गुरुघर का मामला है। हम बैठकर सुलझा लेंगे। 

हम पुलिस में नहीं गए : मोहनजीत सिंह

मुख्य सेवादार रहे मोहनजीत ने कहा कि उन्होंने पुलिस को शिकायत नहीं दी। डीसी से सोसाइटी एक्ट के मुताबिक चुनाव करवाने के लिए ज्ञापन दिया था। उन्होंने पुलिस को मार्क किया है। संगत जो चाहेगी, हमें मंजूर है। तीन महीने जान पर खेलकर कोविड-19 में संगत ने जो सहयोग दिया है, वह भुलाया नहीं जा सकता। मेरे कार्यकाल के दौरान यदि कोई गलती हुई हो तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं। हम पर से चिपके रहना चाहते हैं, यह संदेश गलत गया है। हमारी चाहना सेवा करने तक सीमित है। शहरवासियों को जब भी कोई सेवा की जरूरत होगी, सदैव तैयार रहूंगा। सांसद जो फैसला लेंगे, वह मान्य होगा। हमारी एक ही इच्छा है। काम सिस्टम से हो। धक्केशाही नहीं होनी चाहिए।

हमें सांसद का फैसला मंजूर : बब्बू

पाल ट्रैवल्स के मालिक गुरशरण सिंह बब्बू का कहना है कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में बैठक हुई। हमें सांसद संजय भाटिया का फैसले का इंतजार है। सांसद जो भी फैसला प्रधान पद को लेकर करेंगे, वह हमें स्वीकार्य होगा। 

भाटिया के कहने पर सौंपी चाबियां

सांसद संजय भाटिया ने मोहनजीत को कहा कि वे चाबियां दरबार साहब में सौंप दे। मोहनजीत ने तुरंत चाबियां सौंप दी। दरबार साहब से चाबियां जोगेंद्र चावला को दी गई। पदमुक्त होने के साथ ही मोहनजीत को सिरोपा भेंट किया गया।

दोनों पक्ष की ये है शिकायत

मोहनजीत का कहना है कि  सोसाइटी एक्ट के अनुसार चुनाव हो। डीसी को शिकायत की है। दूसरे पक्ष पर धमकी देने का आरोप भी लगाया। बब्बू पक्ष ने सोसाइटी के रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है। मोहनजीत से रिकार्ड मांगा है।

इस तरह चला घटनाक्रम

05 बजे- गुरुद्वारा रामदास सीनियर सेकेंडरी स्कूल के हाल में मीङ्क्षटग शुरू  

05:15 बजे - बैठक शुरु होते ही दोनों पक्षों में होने लगी बहसबाजी

5:20 बजे - सांसद ने मामले को शांत करवाया                        : 

5:23 बजे -सांसद ने 5-5 सदस्यों के नाम मांगे    :   

5:25 बजे -प्राचार्य कार्यालय में 10 सदस्यों के साथ मीटिंग का दौर शुरू: 

6 :20 बजे - सांसद मीटिंग में बीच में उठकर बाहर गए, लैपटॉप पर वीसी की। 

6:40 बजे- सांसद दोबारा मीटिंग में आए। 

7:28 तक- मोहहन जीत व अन्य सदस्यों के साथ बैठक हुई 

7:40 बजे- सांसद के साथ संगत दरबार साहब में पहुंची 

7:44 तक- दरबार साहब में शबद कीर्तन सुना  

8:03 बजे: मोहनजीत से चाबियां रखवाई  

8:10 बजे- मीटिंग का समापन, अब प्रधान पद पर बुधवार को फैसला 


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