मौत ऐसे भी आती है, काश वो पटाखा गोदाम आता ही न! छिन गया सहारा
कुरुक्षेत्र के पटाखा गोदाम में आग मां और बहन का सहारा छिन गया। मजदूरी के लिए आया था बलकार मिली मौत। हाइड्रो मशीन से ऑपरेशन चलाया।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पटाखा गोदाम में विस्फोट ने एक परिवार को बेसहारा कर दिया। कुरुक्षेत्र के दीदार नगर स्थित पटाखा गोदाम हुए विस्फोट के बाद गिरी इमारत से दबे मजदूर का शव देर रात रेस्क्यू कर निकाला। पुलिस ने इस मामले में पटाखा गोदाम संचालक के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम, गैर इरादतन हत्या व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
गोदाम में पटाखे उतारने के लिए बलकार आया था। उसे कैंटर चालक अपने साथ लेकर आया था। उसकी मोटरसाइकिल पर घास की गठरी थी। यहां से काम निपटाने के बाद उसने घर जाना था, मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था। वह गोदाम के अंदर पटाखों को रख रहा था, जबकि पंकज, माम चंद व राजकुमार बाहर थे। विस्फोट के बाद वह मलबे में नीचे दब गया।
रेस्क्यू अभियान के दौरान मौके पर ही मौजूद रहे अधिकारी
रेस्क्यू अभियान के दौरान मौके पर अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन इससे दीवार नहीं तोड़ी जा सकी। ऊपर की दो मंजिलों का लैंटर पड़ा हुआ था। दीवार तोड़ते ही लैंटर नीचे आ गिरता। इसके लिए हइड्रो मशीन मंगवानी पड़ी। रात आठ बजे हाइड्रो मशीन मंगवाई और रेस्क्यू अभियान चलाया। रात एक बजे शव बरामद हुआ।
घर में मां व बहन को बेसहारा छोड़ गया बलकार
गांव फतुहपुर निवासी बलकार के पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। उसकी मां व बहन का सहारा वही था। बलकार अपनी बड़ी बहन के हाथ पीले करने के बाद अपनी शादी के बारे में सोच रहा था।
कुछ समय पहले ही बनाया था मकान
बलकार सिंह ने कुछ समय पहले ही मकान बनाया था। ग्रामीणों का कहना है कि वह बहुत मेहनती था। मेहनत-मजदूरी कर ही उसने पैसा एकत्रित किया और मकान बनाया था। वह कभी भी काम से पीछे नहीं हटा इसी का नतीजा था कि वह अपने परिवार को बेहतर ढंग से पाल रहा था।
घायलों की हालत में नहीं अभी कोई सुधार
पटाखा गोदाम में आग से घायल हुए मालिक राजेंद्रा कॉलोनी निवासी राजकुमार, पंकज, गांव बारवा निवासी मामचंद की अदालत में अभी कोई सुधार नहीं आया है। हालांकि अंगूठी देवी की हालत पहले से बेहतर बताई जा रही है।
हादसे में घायल बुजुर्ग को एलएनजेपी अस्पताल में मिलने पहुंचे उपायुक्त
डीसी डॉ. एसएस फुलिया शनिवार को नरकातारी रोड पर हादसे में घायल होने वाली बुजुर्ग महिला से मिलने के लिए एलएनजेपी अस्पताल में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बुजुर्ग का हालचाल जाना और हादसे के बारे में पूछा। इस दौरान अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनजीत ङ्क्षसह व उपचार कर रहे चिकित्सकों ने महिला की हालत की जानकारी उपायुक्त को दी। गौरतलब है कि शुक्रवार को नरकातारी रोड पर पटाखा गोदाम में विस्फोट हो गया था, जिसमें बुजुर्ग महिला समेत चार को एलएनजेपी अस्पताल पहुंचाया गया था। इस हादसे में बाकी तीन को पीजीआइ रेफर कर दिया गया था, लेकिन बुजुर्ग महिला की हालत स्थिर होने के चलते उसे एलएनजेपी अस्पताल में ही दाखिल कर दिया गया था। इसके बाद से बुजुर्ग का उपचार एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है।
जमीन पर होश आया
हादसे और बुजुर्ग का हालचाल जानने के लिए उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। डॉ. फुलिया को बुजुर्ग ने बताया कि वह पानी पिलाने के बाद बाहर खड़ी होकर मजदूरों से बात कर रही थी इतने में अचानक धमाका हुआ और उसके बाद उसे जमीन पर होश आया। इसके बाद उपायुक्त डॉ. फुलिया ने आयुष्मान योजना केंद्र में पहुंच गए और यहां स्टाफ से गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को देखा। उन्होंने अपने सामने मरीजों को गोल्डन कार्ड बनाकर देने के लिए कर्मचारियों को कहा। इसके बाद वे वापस चले गए।
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