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बेटियों ने की पहल, अलग रह रहे माता-पिता को मिलवाया

बापौली की दो सगी बहनों ने पहल करते हुए अलग-अलग रह रहे माता-पिता को मिलवाया है। बाल कल्याण समिति पानीपत के सदस्यों ने भी दंपति के बीच मौखिक समझौता कराने में अहम भूमिका निभाई। अपने तीन बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पति-पत्नी कोर्ट में भी समझौते के लिए तैयार दिखे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 May 2019 08:30 AM (IST)Updated: Fri, 24 May 2019 06:26 AM (IST)
बेटियों ने की पहल, अलग रह रहे माता-पिता को मिलवाया
बेटियों ने की पहल, अलग रह रहे माता-पिता को मिलवाया

जागरण संवाददाता, पानीपत : बापौली की दो सगी बहनों ने पहल करते हुए, अलग-अलग रह रहे माता-पिता को मिलवाया है। बाल कल्याण समिति, पानीपत के सदस्यों ने भी दंपति के बीच मौखिक समझौता कराने में अहम भूमिका निभाई। अपने तीन बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए पति-पत्नी कोर्ट में भी समझौते के लिए तैयार दिखे।

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बाल कल्याण समिति की सदस्य किरण मलिक ने बताया कि बापौली निवासी सुरेश उड़ीसा में जॉब करता था। वहीं सुष्मिता से उसके प्रेम संबंध बन गए। करीब 14 वर्ष पहले दोनों ने प्रेम विवाह भी कर लिया। दंपति के दो बेटियां क्रमश: 14 और 13 साल और लगभग आठ साल का एक बेटा है। अनबन के कारण पति-पत्नी अलग रह रहे थे। बेटियों को परिवार टूटता दिखा तो उन्होंने अपने अधिकारों का हवाला देकर बाल कल्याण समिति कार्यालय में माता-पिता की शिकायत कर दी। समिति ने बुधवार को दंपति और बच्चों को कार्यालय बुलवाया। करीब एक घंटे तक काउंसिलिंग हुई। दंपति को आपस में बात करने के लिए कुछ समय दिया। इसके बाद दोनों साथ रहने के लिए तैयार हो गए।

किरण मलिक की मानें तो दोनों का अदालत में तलाक का मुकदमा भी चल रहा है। दोनों ने कोर्ट में भी समझौता करने की मौखिक हामी भरी है। इस मौके पर समिति की चेयरपर्सन पदमा रानी, सदस्य सरोज, डॉ. मुकेश कुमार और हरिदास शास्त्री आदि मौजूद रहे।


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