साइबर ठगों ने लगाई आपके डिजिटल वालेट में सेंध, आप सावधान रहें, ऑफर के लालच में मत फंसें
साइबर ठगों से जरा सावधान रहने की जरूरत है। डिजिटल वॉलेट और बैंक खातों पर हैकरों की नजर है। कुछ ऐसा ही मामला इन दिनों सामने आ रहा। गूगल पे पर हर बार ट्रांजक्शन करने पर रिवार्ड का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया।
पानीपत, [कपिल पूनिया]। साइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका इजाद किया है। डिजिटल वॉलेट पर रिवार्ड का मैसेज भेज रहे हैं। कार्ड स्क्रेच करने पर राशि ग्राहक के खाते में आने के बजाय खाते से कट जा रही है। थोड़ी सी सावधानी से इस ठगी से बचा जा सकता है।
गूगलपे से आप किसी भी अन्य डिजिटल वॉटलेट और बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर या पेमेंट कर सकते हैं। सेक्टर-25 के आर्य एंक्लेव निवासी चीनू ने बताया कि उसने गूगलपे से अपने दोस्त को रुपये ट्रांसफर किए। जिसके बाद रिवार्ड का मैसेज आया। सामान्यत रिवार्ड के रूप में 50 रुपये तक मिलते हैं, लेकिन इस बार 1999 रुपये का रिवार्ड मिला। पहले तो मैं खुश हुआ, लेकिन जैसे-जैसे मैने रिवार्ड पाने के लिए प्रक्रिया पूरी की तो अंत में रिवार्ड का पैसा मेरे खाते में आने के स्थान पर दूसरे के खाते में पेय करने का विकल्प आया। जिस खाते में रिवार्ड का पैसा जाना था पहले तो उसका खाता नंबर फिर गंगा नाम दर्शाया गया। यदि मैं बिना देखे पेय के विकल्प पर क्लिक करता तो मेरे खाते से गंगा के खाते में रुपये ट्रांसफर हो जाते।
अभी तक लिंक भेजकर करते थे ठगी
अभी तक लिंक भेजकर अवार्ड जीतने का झांसा दे ठगी की जाती रही है। साइबर ठगों को पता होता है कि आपको रिवार्ड मिला है। इस रिवार्ड को आपके अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए ठग एक लिंक भेजते हैं। इस लिंक को ओपन करने और प्रक्रिया पूर्ण करने पर पैसे आने के स्थान पर आपके खाते सक कट जाते हैं।
सभी डिजिटल वॉलेट देते हैं स्क्रेच कार्ड
साइबर एक्सपर्ट रचिता जैन ने बताया कि गूगलपे के साथ अन्य डिजिटल वॉलेट भी प्रत्येक ट्रांजक्शन, रिचार्ज और पेमेंट के बाद स्क्रेच कार्ड देते हैं। अब डिजिटल वॉलेट से पेमेंट तो सही जगह पहुंच रही है, लेकिन स्क्रेन कार्ड संबंधित वॉलेट कंपनी की ओर से न होकर ठग भेज रहे हैं। इन रिवार्ड कार्ड को स्क्रेच करने के बाद अंत में पेय के विकल्प पर क्लिक न करें, अन्यथा रिवार्ड का पैसा आपके खाते में आने के स्थान पर आपके अकाउंट से कट जाएगा।