Cyber Crime: हो जाएं सावधान, बिना फोन और ओटीपी आए ही खाते हो रहे हैं खाली, उपभोक्ता हैरान, परेशान
पानीपत में स्कूल टीचर के खाते से 52 हजार कट गए। जानकारी के अनुसार पहले बीस हजार कटने का मैसेज आया। जिसके बाद बैंक जाकर पता किया तो 32 हजार रुपये और कट मिले। अनीता भल्ला ने बताया कि वह एमएएसडी स्कूल में शिक्षक है।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में आनलाइन ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। पहले तो ठग फोन करके लिंक भेजते। ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड पूछते। अगर उपभोक्ता झांसे में आकर ठग को जानकारी दे देता तो खाते से पैसे कट जाते। अब तो साइबर ठग ऐसा भी नहीं कर रहे। आपके बैंक अकाउंट से पैसे कटने के बाद ही पता चलता है कि किसी ने रुपये निकाल लिए हैं। ऐसा ही वाकया हुआ सेक्टर 12 निवासी अनीता भल्ला के साथ हुआ है।
आरोपित के अनुसार
अनीता भल्ला ने बताया कि वह एमएएसडी स्कूल में शिक्षक है। उसका यस बैंक में खाता है। यह बैंक संजय चौक पर है। उसके पास मैसेज आया कि आपके खाते से बीस हजार रुपये कट गए हैं। वह हैरान रह गई। तभी बैंक पहुंची। बैंक से जब जानकारी ली तो यहां पता चला कि खाते से तो 52 हजार कटे हैं। उन्होंने बताया कि उसने किसी को अपना ओटीपी नंबर नहीं दिया था। किसी के पास उसका डेबिट कार्ड नहीं है। इसके बावजूद रुपये कट गए यह समझ नहीं आ रहा।
किसी को अपना नंबर न शेयर करें
- साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि इस तरह के मामले में हो सकता है कि बैंक खाता कभी साझा किया हो। अपना बैंक खाता भी किसी को साझा नहीं करना चाहिए। दरअसल साइबर ठग इसी बैंक खाते को आनलाइन प्लेटफार्म पर इस्तेमाल कर लेते हैं। किसी तरह पासवर्ड हासिल कर लेते हैं और बैंक से रकम निकाल लेते हैं।
- ओटीपी नंबर न बताएं। अगर कोई फोन करके आपसे ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड पूछता है तो किसी भी हाल उसे ये न बताएं। ये बताते ही आपके खाते से रकम कट सकती है। बैंक का कोई भी अधिकारी आपसे ओटीपी नहीं मांगता। केवल ठग ही ऐसा करते हैं।
- डेबिट कार्ड का ध्यान रखें। जब भी एटीएम में जाएं, तब ध्यान रखें कि पास में कोई न हो। कई बार ठग आपका पासवर्ड देख लेते हैं। आपका डेबिट कार्ड धोखे से बदल सकते हैं। ऐसे ठगी के कई केस सामने आ चुके हैं।
- कार्ड ब्लाक होने के मैसेज भेजकर आपसे ओटीपी पूछ सकते हैं। किसी भी हाल में ये नंबर न बताएं। कार्ड ब्लाक के संबंध में कभी बैंक से फोन नहीं आएगा।