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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में सजी देश की संस्कृति और शिल्प कला, 48 कोस के 75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में क्राफ्ट और सरस मेेले के चौथे दिन रविवार को पर्यटकों की भीड़ रही। ब्रह्मसरोवर के उत्तर और दक्षिण घाटों पर उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र के बेहतरीन कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। इस वर्ष कोविड नियमों की पालना करते हुए करीब 350 स्टाल लगाए गए हैं।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 04:33 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 04:33 PM (IST)
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में सजी देश की संस्कृति और शिल्प कला, 48 कोस के 75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम
महोत्सव में पहली बार 48 कोर्स के 75 तीर्थों का आयोजन किया जाएगा।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र धर्मनगरी में ब्रह्मसरोवर के घाटों पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव देश की संस्कृति और शिल्प कला का अनूठा नमूना पेश कर रहा है। महोत्सव में 19 प्रदेशों के शिल्पकार और 15 प्रदेशों के लोक कलाकार भारतीय संस्कृति की झलक दिखा रहे हैं। इसी झलक को देखने लिए देश के कोने-कोने से पर्यटकों की भीड़ ब्रह्मसरोवर पर उमड़ रही है। इतना ही नहीं महोत्सव में पहली बार 48 कोस के 75 तीर्थों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

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19 राज्यों की शिल्पकला और 15 राज्यों के लोक कलाकार जमा रहे रंग

महोत्सव में क्राफ्ट और सरस मेले के चौथे दिन रविवार को पर्यटकों की भीड़ रही। ब्रह्मसरोवर के उत्तर और दक्षिण घाटों पर उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र के बेहतरीन कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। किसी घाट पर पंजाबी संस्कृति, किसी पर हरियाणवी और कहीं पर हिमाचल तो कहीं पर राजस्थान की लोक संस्कृति की झलक दिखाई दी। इस वर्ष कोविड नियमों की पालना करते हुए करीब 350 स्टाल लगाए गए हैं। इनमें राष्ट्रीय व स्टेट अवार्डी शिल्पकार भी शामिल हैं।

गीता महोत्सव में पहली बार 48 कोस के 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही दो दिसंबर से शुरू किया गया शिल्प मेला 19 दिसंबर तक चलेगा, वहीं मुख्य कार्यक्रम नौ दिसंबर से 14 दिसंबर तक चलेंगे। इन मुख्य कार्यक्रमों में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, दीपोत्सव, वैश्विक गीता पाठ, संत सम्मेलन, 48 तीर्थों के प्रतिनिधियों का सम्मेलन, विश्व गुरु भारत प्रदर्शनी, विभिन्न संस्थाओं की प्रदर्शनियां मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के मुख्य कार्यक्रम ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में होंगे।

कार्यक्रमों की सूची को दिया जा रहा अंतिम रूप

उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि महोत्सव में पुरुषोतमपुरा बाग मुख्य मंच पर नौ दिसंबर को प्रथम स्लाट में रुपेश ऋषि के देशभक्ति कार्यक्रम, दूसरे स्लाट में मालिनी अवस्थी का कृष्ण-राधा भक्ति गीत होगा। इसी तरह 10 दिसंबर को प्रथम स्लाट में यश चौहान का गीता पर आधारित छाऊ नृत्य, दूसरे स्लाट में बाबा मौर्य का देशभक्ति प्रस्तुती, 11 दिसंबर को प्रथम स्लाट में ओमप्रकाश श्रीवास्तव की भजन संध्या, दूसरे स्लाट में कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस कवि सम्मेलन में प्रसिद्घ कवि हरिओम पंवार, दिनेश रघुवंशी, मनवीर मधुर, अनिल आर्य पहुंचेंगे।


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