करोड़ों के टेंडर की चाबी डीसी रेट के कर्मचारी के हाथों में
पार्षद अशोक कटारिया शिव कुमार शर्मा ने बताया कि हाउस की मीटिग में यह मामला रखा जाएगा। ठेकेदारों की मनमानी पर लगाम लगाई जाएगी। टेंडर बॉक्स को मेयर कार्यालय में रखवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : करोड़ों के टेंडर रखने वाले बॉक्स की चाबी डीसी रेट के कर्मचारी के पास मिली। ठेकेदार इस बॉक्स से कागजों को निकलवाकर आपसी मिलीभगत से टेंडर लगाते हैं। जिससे टेंडर में नए-नए घोटाले सामने आते रहते हैं। पार्षदों ने इसका विरोध किया तो बॉक्स का नया ताला लगाया गया। चाबी अब एक्सईएन-एसई को रखनी होगी। पार्षद अशोक कटारिया, शिव कुमार शर्मा ने बताया कि हाउस की मीटिग में यह मामला रखा जाएगा। ठेकेदारों की मनमानी पर लगाम लगाई जाएगी। टेंडर बॉक्स को मेयर कार्यालय में रखवाया जाएगा।
निगम में हो चुका एक करोड़ 98 लाख का घोटाला
नगर निगम में एक करोड़ 98 लाख रुपये का टेंडर घोटाला पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह पकड़ा था। उसके बाद भी घोटालों पर रोक नहीं लग पा रही है। पहले मैन्युअल टेंडर दिए जाते थे। घोटाले रोकने के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू किया गया। इससे घोटालों पर रोक लगनी शुरू हुई, लेकिन ठेकेदारों की मिलीभगत से नई प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके मुताबिक अब हार्ड कॉपी ली जाने लगी है। इस हार्ड कॉपी में टेंडर कम ज्यादा देख कर ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं।
ठेकेदार को टेंडर लगाने से रोका तो खुला मामला
पार्षद अशोक कटारिया ने बताया कि बिजली स्ट्रीट लाइट संबंधी टेंडर लगाया जाना था। एक ठेकेदार ने कहा कि उसे टेंडर लगाने से रोका जा रहा है। उसने ऑनलाइन टेंडर भर दिया है। जिस नगर निगम में टेंडर लगाने वाले संदीप से पूछा तो उसने बताया कि टेंडर की मैन्युअल कॉपी बॉक्स में रखते हैं। बॉक्स की चाबी भी डीसी रेट के कर्मचारी के पास मिली। जिस पर एसई व एक्सईएन को जानकारी दी।