करोड़ों की सड़क टूटने पर भी नहीं चेता निगम
जागरण संवाददाता, पानीपत : हुडा सेक्टर 29 पार्ट दो तथा पार्ट एक में सड़कों पर रंगाई उद्योगों का पान
जागरण संवाददाता, पानीपत :
हुडा सेक्टर 29 पार्ट दो तथा पार्ट एक में सड़कों पर रंगाई उद्योगों का पानी जमा होने के कारण पिछले पांच सालों में करोड़ों रुपये की सड़के टूट चुकी है। सेक्टरों में ऐसे हालत बने हुए कि वहां सड़क के स्थान पर बड़े-बड़े रंगाई उद्योगों से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी से भरे गड्डे ही दिखाई देते हैं।
उद्योगों से निकलने वाले पानी से सड़क टूटने के बाद उद्यमियों ने सड़क बनाने के लिए आवाज उठाई तो सरकार ने 17 करोड़ रुपये की लागत से नई सड़के बनाई शुरू की।
सड़क की हालत इतनी बदतर कैसे हुई इसे देखने के लिए कोई तैयार नहीं है। सेक्टर 29 पार्ट दो से यदि सबक लिया जाता तो अब अन्य सेक्टरों में टूटती जा रही सड़कों को बचाया जा सकता है।
दो साल पहले सेक्टर 25 पार्ट दो में तीन करोड़ की लागत से सड़के बनाई गई। अब इन सड़कों पर रंगाई उद्योगों का पानी जमा होना शुरू हो गया। आने वाले दिनों में ये सड़के फिर से गड्डे में तबदील हो जाएगी। नगर निगम प्रशासन ने भी इस मामले में आंखे मूंद रखी है।
इस संदर्भ में हरियाणा चैंबर ऑफ कामर्स के पूर्व महासचिव विनोद खंडेलवाल का कहना है कि तीन साल पहले काफी संघर्ष के बाद सेक्टर में सड़के बनाई गई थी। इससे पहले यहां आने जाने के लिए एक भी सड़क ठीक नहीं थी। अब दोबारा से रंगाई उद्योगों का गंदा पानी सड़क पर बहना शुरू हो गया। प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा। फिर से सड़कें टूट जाएगी। सेल्स टैक्स कार्यालय वाली सड़क तो दो-तीन जगह से गड्डे में बदल चुकी है। पानी डालने वाले उद्यमी भी सुनवाई नहीं कर रहे।