Move to Jagran APP

छोटी-छोटी चोरियों से शुरू किया था अपराध, सीरियल किलर बन गया कैथल का बदमाश बिन्‍नी

सीरियल किलन बना बिन्नी अपराध की दुनिया का साम्राज्य खड़ा करने की फिराक में था। जिसके साथ रहा उसी राजबीर उर्फ बिट्टू राणा को ठिकाने लगा दिया। अब आया काबू

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 12:06 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 12:06 PM (IST)
छोटी-छोटी चोरियों से शुरू किया था अपराध, सीरियल किलर बन गया कैथल का बदमाश बिन्‍नी
छोटी-छोटी चोरियों से शुरू किया था अपराध, सीरियल किलर बन गया कैथल का बदमाश बिन्‍नी

कैथल, जेएनएन। 15 दिन में दो हत्या और दो रंगदारी मांग कर दहशत बन चुके बदमाश प्रवीण उर्फ बिन्नी पंडित के इरादे अपराध की दुनिया में सिक्का जमाने के थे। छोटी-छोटी चोरियों से शुरु हुई उसकी करतूतें इतनी जल्दी हत्या, फिरौती जैसे संगीन आपराधिक वारदातों में बदल जाएंगी, किसी ने सोचा नहीं था। एक के बाद एक दो हत्याओं को अंजाम देकर वह सीरियल किलर बन गया। बिन्नी ने कुछ समय पहले ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था, उसने रातों-रात दहशत का मंजर खड़ा कर दिया। हत्याओं के बाद छिपकर गुजर बसर करना पड़ा रहा था। ऐसे में जब पैसे की कमी हुई तो व्यापारियों से रंगदारी की उगाही के लिए विदेशी नंबर से काल का सहारा ले लिया। इसने धीरे-धीरे गिरोह का विस्तार करना भी शुरू कर दिया। कानून के लंबे हाथों के सामने यह ज्यादा देर नहीं दौड़ पाया। उसने 19 जुलाई 2020 को कलायत में पशु चारा लेकर घर लौट रहे राजबीर उर्फ बिट्टू राणा की नेशनल हाइवे के पास गोली का निशाना बनाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी।

loksabha election banner

एसपी शशांक सावन के निर्देश पर डीएसपी रवींद्र सांगवान व गठित टीमें अभी इस मामले की गुत्थी को सुलझाने में लगी थी। इसी बीच आरोपित ने अपने ही गांव बीरबांगड़ा में बिजली कर्मचारी राजीव कुमार की बिट्टू राणा की तर्ज पर हत्या कर दी। पुलिस के लिए सिरदर्द का वायरस बने, इस अपराधी ने विशेष तौर से कलायत कस्बे को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया। तीन दिन पूर्व आरोपित ने कलायत के कपड़ा व्यापारी अश्वनी मित्तल और सीमेंट के प्रमुख व्यापारी बबलू कांसल को धमकी भरा फोन कर लाखों रुपयेे की रंगदारी मांगी। उन्होंने भयभीत होने की बजाए पुलिस प्रशासन का दरवाजा खटखटाया।

चोरी से शुरू हुआ अपराध का रास्ता:

खुद को सुर्खियों में रखने के लिए प्रवीण ने अपराध का जो रास्ता चुना उसकी शुरूआत छोटी-मोटी चोरियों से होती है। बताया जाता हैं कि कुछ वर्ष पूर्व उसने कलायत मुख्य मार्ग पर लगे कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र सांसद व प्रमुख उद्योग पति नवीन जिंदल साइन बोर्ड पर हाथ साफ किया। यह सिलसिला चल निकला।इस बारे में कोई शिकायत न होने पर कहीं न कहीं बिन्नी के हौसले बुलंद हो गए। धीरे-धीरे उसने चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग के बीचों-बीच डिवाइडर पर लगी लोहे की ग्रिलों की चोरी शुरु कर दी।

रंजिश के कारण बनाया बिटटू को निशाना:

बिट्टू राणा की हत्या के पीछे जो मिस्ट्री सामने आ रही है उसमें मृतक द्वारा प्रवीण को अपराध के रास्ते से रोकना बड़ा कारण माना जाता है। मृतक बिटटू के भांजे शुभम राणा के मुताबिक साल भर पहले प्रवीण ने सोनू नामक युवक को गोली मारी थी। इस पर थाना कलायत में प्रवीण के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। इसमें बिट्टू गवाह था। राजबीर ने आरोपित के खिलाफ अदालत में गवाही भी दी थी। जिसके चलते प्रवीण को जेल जाना पड़ा। हाल ही में वह पेरोल पर छूटा था। वह रंजिश को पाले था कि बिट्टू राणा के कारण उसे सलाखों के पीछे जाना पड़ा। जिस दिन वारदात को अंजाम दिया गया उस दिन वह इंतजार में था कि बिट्टू जब भी लौटेगा घटना को अंजाम दिया जाएगा। 18 जुलाई को इस घटना को अंजाम दिया जाना था, लेकिन बीमार होने के कारण बिट्टू घर से बाहर नहीं जा पाया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.