Crime: पानीपत को ठिकाना बना रहे हथियार तस्कर, बढ़ रही है गैंगवार, पुलिस कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
पानीपत में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले मध्य प्रदेश और राजस्थान के गिरोह सक्रिय हैं। नवंबर में क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-थ्री) ने अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्कर गिरोह का पर्दाफाश कर चार तस्करों को गिरफ्तार किया था। तस्करों के कब्जे से 35 देसी पिस्तौल और 45 मैगजीन बरामद की गई।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत और आसपास क्षेत्र में अवैध हथियार तस्करी का धंधा खूब फल-फूल रहा है। यह क्षेत्र तस्करों के लिए भी मुफीद ठिकाना बना हुआ। तस्कर पानीपत, सोनीपत, जींद, रोहतक और झज्जर में अवैध पिस्तौल के तस्करी करते हैं। पुलिस एक गैंग को पकड़ती है तो दूसरी गैंग के तस्कर अवैध हथियारों की खेप ले आते हैं। कई तस्करों ने तो पानीपत व इसके आसपास क्षेत्र में ठिकाना भी बना रखा है। तस्कर बाहरी कालोनियों में कमरे लेकर रहते हैं। पुलिस की कार्रवाई सुस्त होते ही तस्कर सक्रिय हो जाते हैं। पुलिस अवैध हथियारों के तस्करों और खरीदने वाले 106 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मध्यप्रदेश और राजस्थान के तस्करों का है बोलबाला
जिले में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले मध्य प्रदेश और राजस्थान के गिरोह सक्रिय हैं। नवंबर में क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-थ्री) ने अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्कर गिरोह का पर्दाफाश कर चार तस्करों को गिरफ्तार किया था। इसमें उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव बुढ़ाखेड़ा गांव के महफूज उर्फ फौजी हाल पता बलजीत नगर भी शामिल है। महफूज पहले टैक्सी चलाता था। लाकडाउन में काम मंद होने पर अवैध हथियारों की तस्करी करने लगा। तस्करों के कब्जे से 35 देसी पिस्तौल और 45 मैगजीन बरामद की गई। हथियारों को 18 लाख रुपये में बेचा जाना था।
राजस्थान का वांटेड कर रहा था हथियारों की तस्करी
राजस्थान के जिला भरतपुर के नंगला गांव का पुखराज उर्फ राजू ने गांव में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या का प्रयास किया। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हैं और वह वांटेड है। सीआइए-टू टीम ने पुखराज को 12 पिस्तौल सहित गिरफ्तार किया। राजू पहले भी पानीपत, बागपत, शामली और सोनीपत सहित कई जिलों में 40 अवैध पिस्तौल बेच चुका था। एक पिस्तौल 45 हजार रुपये में बेच दिए थे। इस गिरोह के सरगना सहित आठ बदमाशों की तलाश कर रही है।