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सात उद्योगों को थमाए क्लोजर नोटिस

कई उद्यमी यूनिटों को बंद कर भाग गए थे। जो यूनिट बंद पाए गए थे। उनका दोबारा निरीक्षण किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 07:47 AM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 07:47 AM (IST)
सात उद्योगों को थमाए क्लोजर नोटिस
सात उद्योगों को थमाए क्लोजर नोटिस

जागरण संवाददाता, पानीपत :

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टीम ने शहर के सात उद्योगों को प्रदूषण फैलाने पर क्लोजर नोटिस सेक्शन 5 एन्वायरमेंट प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के तहत जारी किया है। मई माह के दौरान सीपीसीबी की टीम ने हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम के साथ जिले के 127 यूनिटों का औचक निरीक्षण किया था। कई उद्यमी यूनिटों को बंद कर भाग गए थे। जो यूनिट बंद पाए गए थे। उनका दोबारा निरीक्षण किया गया।

बृहस्पतिवार को दवा कंपनी लेबोरेट फार्मा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, टेक्सटाइल उद्योग होम ट्रेंडस ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया, बजाज टेक्सटाइल सेक्टर 29 पार्ट दो, सनराइज इंडस्ट्री कुराड़ गांव, हरिसंस ऑटोमोबाइल गोहाना रोड, ज्योति स्पिनर्स इंडस्ट्रियल एरिया और शिवांस टेक्सटाइल सनौली रोड को क्लोजर नोटिस जारी किए गए हैं। इससे पहले 25 उद्योगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। उद्योगों को जारी नोटिस में कहा गया है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नॉर्मस पूरे करने पर ही उद्योगों को चलाने की अनुमति दी जाएगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इन उद्योगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।

लेबोरेट फार्मा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड

कंपनी में 22 मई को सीपीसीबी की टीम ने निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान टीम को कंपनी ईटीपी समुचित रूप से चलता नहीं मिला। कंपनी में टैबलेट और कैप्सूल बनते हैं। कंपनी में पानी की लिए ट्यूबवेल का प्रयोग किया जाता है। नमूने की जांच में पाया गया कि प्रदूषण पैरामीटर से अधिक फैल रहा है। बीओडी 1183 एमजी-1 मिली जबकि 30 एमजी-1 होनी चाहिए है। टीएसएस भी अधिक मिला। सभी प्लांट को बंद करने का नोटिस दिया गया। होम ट्रेंडस ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया

इस टेक्सटाइल उद्योग

में यार्न टेक्सटाइल प्रोसे¨संग ब्ली¨चग, डाइंग, ¨प्र¨टग और कल¨रग का काम होता है।

सीपीसीबी तथा एचपीसीबी की टीम ने संयुक्त रूप से इस उद्योग का निरीक्षण 16 मई को किया, लेकिन उद्योग बंद मिला। दोबारा उद्योग का निरीक्षण 22 मई को किया गया। इस यूनिट से निकलने वाले पानी के सैंपल लिए गए जो फेल मिले। जिस पर यूनिट में सभी उत्पादन बंद करने के निर्देश दिए गए। बजाज टेक्सटाइल

सेक्टर 29 पार्ट- 1 में 24 मई को सीपीसीबी की टीम इस यूनिट का निरीक्षण करने पहुंची, लेकिन यूनिट बंद मिला। जिस पर यूनिट को सेक्शन पांच के तहत बोर्ड के नॉर्म पूरे न होने तक बंद करने के निर्देश दिए गए। हरिसंस ऑटोमोबाइल

ऑटोमोबाइल कंपनी की वर्कशॉप में ईटीपी चलता नहीं मिला। साथ ही 2017 में कंसेंट रिन्यू नहीं करवाई गई। जिस पर गाड़ियों की वॉ¨शग के काम को बोर्ड के नियम पूरे होने तक बंद करने की निर्देश जारी किए गए। ज्योति स्पिनर्स

ज्योति स्पिनर्स के औचक निरीक्षण में ईटीपी चलता मिला। पानी का सैंपल लिया गया। जो फेल मिला। जिस पर स्पिनर्स को सेक्शन पांच एन्वायरमेंट एक्ट के तहत बंद करने के निर्देश दिए गए। शिवांस टेक्सटाइल

इस उद्योग में पानी का सैंपल फेल पाया गया। जिस पर सीपीसीबी की टीम ने वाटर एक्ट के तहत क्लोजर नोटिस जारी किए।

वर्जन :

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरओ भूपेंद्र ने बताया कि उन्हें अभी तक ये नोटिस नहीं मिला है। नोटिस मिलने पर सीपीसीबी के निर्देश के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।


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