देवताओं का मंदिर है गाय : गोपालमणी
जागरण संवाददाता, पानीपत : गोपालमणी महाराज ने कहा कि गाय साधारण पानी पीकर उसे गंगाजल बना देती है।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
गोपालमणी महाराज ने कहा कि गाय साधारण पानी पीकर उसे गंगाजल बना देती है। तृण खाकर हमें अमृत तुल्य दूध देती है। गोबर के रूप में हमें धन धान्य, ऐश्वर्य ऋद्धि, सिद्धि क्षेम लाभ से परिपूर्ण करती है। गाय इस पृथ्वी पर 33 करोड़ देवी देवताओं का चलता फिरता मंदिर है। गाय हमारे पितृ का उद्धार और हमारे पुत्रों को संस्कार प्रदान करती है। गो भक्त के लिए भगवान, शिष्य के लिए गुरु और बीमार के लिए औषाधालय बन जाती है। गाय की समानता इस संसार में कोई नहीं कर सकता।
गोपालमणी महाराज माडल टाउन सनातन धर्म मंदिर रामलीला प्रांगण में गो कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि वह गो माता कितनी पवित्र होगी, जिस के पीछे राम और कृष्ण नंगे पांव सिर झुकाए खड़े रहते हों। कितने शर्म की बात है कि प्रतिदिन एक लाख से अधिक गौ माता की हत्या हो जाती है। हम सिर उठाए खड़े रहते हैं। पूरे देश के माथे पर गो हत्या का कलंक लगा हुआ है। हमें गाय के सम्मान के लिए खड़ा होना होगा। यदि गाय बचेगी तो सनातन धर्म का मूल बचेगा।
गो कथा के अवसर पर मांग गंगा के वरद पुत्र सीता शरण महाराज ने पावन धेनूमानस गो कथा का अमृत श्रवण कराते हुए कहा कि जब आदमी के अंदर अहंकार आता है तो वह परास्त हो जाता है।