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बेटी व बेटे की शादी को मांगे पैसे, बहनोई ने नहीं दिया तो बहन-भानजी को मार डाला, उम्रकैद Panipat News

बहन और भानजी के हत्यारे रिटायर्ड एक्सईएन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने दोषी पर 35 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 01:22 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 01:22 PM (IST)
बेटी व बेटे की शादी को मांगे पैसे, बहनोई ने नहीं दिया तो बहन-भानजी को मार डाला, उम्रकैद Panipat News
बेटी व बेटे की शादी को मांगे पैसे, बहनोई ने नहीं दिया तो बहन-भानजी को मार डाला, उम्रकैद Panipat News

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। बहनोई ने साले को बेटे और बेटी की शादी के लिए रुपये नहीं दिए तो उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। उसने बहन और भानजी को नहर में धक्का दे दिया। हत्यारे जनस्वास्थ्य विभाग से रिटायर्ड एक्सईएन करनाल निवासी सुनील कुमार को कोर्ट ने उम्र कैद व 35 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न भरने पर तीन साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। यह फैसला एडीशनल सेशन जज (एक्सक्ल्यूसिव कोर्ट फॉर हीनियस क्राइम्स अगेंस्ट वुमन एंड चिल्ड्रन यमुनानगर-जगाधरी) की कोर्ट ने सुनाया है। दोषी अपने जीजा व भानजे को भी मारना चाहता था, लेकिन वह बच गए। उन्होंने ही सुनील को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। 

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जिला न्यायवादी सुरजीत आर्य के मुताबिक जगाधरी की विश्वकर्मा कालोनी निवासी जीवन लाल की शादी साल 1986 में विनोद कुमारी से हुई थी। शादी के दो माह बाद ही वह अपने ससुराल में आकर रहने लग गया था। उसके ससुराल वालों ने जगाधरी में उन्हें 110 गज के प्लॉट पर मकान बनाकर दिया था। वह अपने साले अनिल और सुनील कुमार के कोयला के डिपो पर जगाधरी में ही काम करता है। शादी के बाद उसे एक बेटा और बेटी हुई।

खर्चा देना भी बंद कर दिया था

तीन साल से उसका साला सुनील कुमार करनाल के मॉडल टाउन में रहने लगा। उसने खर्च भी देना बंद कर दिया था। कई बार उससे पैसे मांगे, लेकिन उसने मना कर दिया। 1 अप्रैल 2017 की रात को सुनील कुमार अपनी कार में उनके घर जगाधरी पहुंचा। उन्हें बताया कि एक बाबा से चार पुडिय़ा लेकर आया है। इससे उनके घर की सभी दिक्कतें दूर हो जाएंगी। इन्हें नहर में बहाकर आना है। इस पर सुनील अपने जीजा जीवन लाल, अपनी बहन विनोद और भानजे-भानजी को अपनी कार में नहर किनारे ले गया। पांजुपुर पुल के पास उसने कार रोक ली। 

आंख बंद कर नहर के पास खड़ा करवाया

उसने एक-एक पुडिय़ा परिवार के चारों लोगों के हाथ में दे दी और नहर किनारे आंखें बंद कर खड़े होने के लिए कहा। सुनील की बातों पर विश्वास कर सभी ने आंखें बंद कर लीं। तभी सुनील ने अपनी बहन विनोद और भानजी नेहा को नहर में धक्का दे दिया। जीवनलाल को भी धक्का देने की कोशिश की, लेकिन वह बच गए। शोर शराबा होने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए थे और आरोपित को पकड़ लिया। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद से केस अदालत में विचाराधीन था। 

इसलिए वारदात को दिया था अंजाम

जब पुलिस ने आरोपित एक्सईएन को पकड़ा तो सामने आया कि जीवन लाल को बेटी व बेटे की शादी करनी थी और इसके लिए वह पैसा मांग रहा था। इसके अलावा जो प्लाट सुनील ने उन्हें दिलवाया था। उसकी रजिस्टरी भी सुनील के पास थी। चारों को मारने के बाद वह उनका प्लाट भी हथियाना चाहता था। सुनील भी 2015 में रिटायर हो गया था। अब वह जीजा का खर्च भी नहीं उठा पा रहा था। जिस वजह से उसने पूरे परिवार की हत्या करने की योजना बनाई, ताकि खर्च भी न देना पड़े और प्लाट भी उसके नाम आ जाए। 


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