एक कोरियर से उड़े लोगों के होश, खोलकर देखा तो निकला तंत्र मंत्र का सामान
करनाल के तरावड़ी में एक कोरियर से हड़कंप मच गया। तरावड़ी के वार्ड नंबर-4 में रहने वाले सुरेंद्र रोहिल्ला के घर पर एक कोरियर पहुंचा था। जबकि उसे मंगवाया भी नहीं। जब वह खोलकर देखा गया तो उसमें जादू-टोने का सामान निकला।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल के तरावड़ी कस्बे में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। घर पर एक कोरियर पहुंचा। जब उसे खोला गया तो होश उड़ गए। उसमें तंत्र मंत का सामान था। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई।
वार्ड नंबर-4 में रहने वाले सुरेंद्र रोहिल्ला के घर पर एक कोरियर पहुंचा। जब वह खोलकर देखा गया तो उसमें जादू-टोने का सामान निकला। बिन मंगवाए पहुंचे कोरियर की शिकायत पुलिस को दी गई है।
शिकायतकर्ता सुरेंद्र रोहिल्ला ने बताया कि उसने कोई कोरियर नहीं मंगवाया था, लेकिन कर्मचारी कोरियर लेकर जब उसके घर पहुंचा, तो कोरियर पर उसका खुद का नाम होने के कारण उसने ले लिया। कोरियर पर उनके पिता का नाम व घर के पत्ते समेत पिन कोड नंबर भी लिखा हुआ था। जब कोरियर खोलकर देखा गया तो उसमें कई कागज निकले।
पहले पेज पर उसके पूरे परिवार के सदस्यों का नाम और मंत्र लिखे हुए थे, तथा 12 से 15 सफेद पेज खाली थे। इसके अलावा उसमें इलायची, सौंफ, चांदी के नग व नींबू समेत अन्य सामग्री थी। कोरियर पर जो नंबर लिखा हुआ था, जब उस नंबर पर कोरियर भेजने वाले का पता मांगा गया तो उसने कहा कि वह कोरियर भेजने वाले की वीडियो भेज देगा। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। फिलहाल पुलिस तमाम पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
इधर, ऋण दिलवाने के नाम पर ठगी करने की आरोपित महिला गिरफ्तार, साथी आरोपित युवक फरार
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोन दिलाने की आड़ में लाखों रुपये की ठगी करने की आरोपित महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
ये था मामला
कटाबाग वासी सपना ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया था कि हाउसिंग बोर्ड सेक्टर छह व हाल में बसंत विहार में रहने वाली वसुंधरा ने उसे वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 10 लाख रुपये का लोन दिलाने का भरोसा दिया था। इसके लिए आरोपित ने दो लाख रुपये ले लिए, लेकिन उसने न लोन दिलाया और न ही दी गई राशि लौटाई। पुलिस ने जुलाई 2019 में आरोपित महिला के खिलाफ शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
डिटेक्टिव स्टाफ के उप निरिक्षक राजकुुमार की अध्यक्षता में एक टीम ने मामले की जांच शुरू की तो 26 सितंबर को गुप्त सूचना के आधार पर आरोपित महिला को उसके घर बसंत कलोनी, पठानकोट, पंजाब से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया, जिस दौरान पूछताछ में आरोपित महिला ने बताया कि वह अपने एक अन्य साथी रमेश वासी गांव महमदपुर जिला करनाल के साथ मिलकर कम पढ़े-लिखे व जिनको मकान बनाने के लिये रुपये की जरूरत होती थी, उनको निशाना बनाते थे। वे इन लोगों के पास जाते थे और उनको लोन के फायदे बता लोन लेने के लिये सहमत करते थे। जिनको उनके द्वारा यह विश्वास दिलाया जाता था कि उन्हें वे प्रधानमंत्री स्कीम के तहत 10 लाख रुपये तक का होम लोन दिला देंगे पर उसमें कुछ खर्च आएगा। यह राशि खर्च करने के बाद उन्हें लोन की राशि वापस भी नही भरनी पढ़ेगी। लोन वापस न भरने की बात सुनते ही लोग उन्हे पैसे दे देते थे। आरोपी महिला द्वारा दो अन्य वारदातों का भी खुलासा किया है, जिसमें दो लाख 20 हजार रुपये का झांसा देने की बात कबूली है। आरोपित रमेश की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है, लेकिन फिलहाल उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।