अपनी ही सरकार पर भड़के 23 पार्षद, मेयर को बिना बुलाए सियासी जंग का ऐलान
नगर निगम में 26 पार्षद हैं सभी के सभी भाजपाई। इनमें से 23 पार्षद अपनी ही सरकार से संतुष्ट नहीं हैं। मेयर अवनीत कौर और सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को बिना बुलाए बैठक कर सियासी जंग का ऐलान कर दिया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम में 26 पार्षद हैं, सभी के सभी भाजपाई। इनमें से 23 पार्षद अपनी ही सरकार से संतुष्ट नहीं हैं। मेयर अवनीत कौर और सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को बिना बुलाए बैठक कर सियासी जंग का ऐलान कर दिया। पार्षदों ने शनिवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बैठक की। निबरी टेंडर पर जमकर बवाल मचा। पार्षदों ने दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में 27 करोड़ की पेमेंट नहीं होने देंगे। इसके लिए जो भी करना पड़े, वह किया जाएगा। निबरी में कचरा अलग करने का टेंडर दिया गया है। पार्षदों का कहना है कि वहां कोई काम नहीं किया जा रहा।
पार्षदों ने यह भी निर्णय लिया कि इसी सप्ताह हाउस की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें सभी मुद्दे उठाए जाएंगे। अगर यहां भी बात नहीं बनती है तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिला जाएगा। पार्षदों ने कहा कि ठेकेदार अपनी मर्जी से ही काम कर रहे हैं, पार्षदों की नहीं सुन रहे। 20 दिन में खत्म हो जाएगा सफाई का टेंडर
बैठक में मौजूद सभी पार्षदों ने कहा कि पिछली हाउस की बैठक में सफाई के लिए वार्ड लेवल पर प्रोजेक्ट बना था, जिसे अभी तक मंजूरी नहीं मिल सकी। अब समस्या खड़ी हो रही है। शहर की पांच सड़कों, बाजारों की सफाई, नाला गैंग व वार्डों की सफाई का टेंडर 20 दिन में खत्म हो रहा है। अगर जल्द ही नया टेंडर नहीं लगाया गया तो शहर गंदगी के ढेर में ढंक जाएगा। हर तरफ कूड़ा-कर्कट फैला दिखाई देगा। पार्षदों ने नया टेंडर लगाने को कहा। इसमें स्वीपिग मशीन का 96 लाख व नाला गैंग का 26 लाख का टेंडर शामिल है। सड़कों का ही नहीं पता, कौन सी बन रही
पार्षद लोकेश नांगरू व संजीव दहिया ने बताया कि माडल टाउन में टुटेजा के घर के सामने की सड़क साल में दो बार बन चुकी है। सड़क बिल्कुल ठीक थी। इस सड़क पर छह लाख रुपये से काम करवाया गया। यह सड़क एजेंडे में नहीं थी, पता नहीं कैसे बनी। कागजों में ठेकेदार ने रुपये भी पास करवा लिए। जब इस सड़क के बारे में अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सिफारिश आई थी, बनवा दी गई। आज तक नहीं पता चल सका कि सड़क किसके कहने पर बनाई गई। इसी तरह अन्य टेंडरों के बारे में भी नहीं पता चल पा रहा। पार्षदों ने इन मुद्दों पर उठाए सवाल
- शहर में स्ट्रीट लाइट न लगने का मुद्दा उठाया। बोले : जहां लाइटें लग भी रही हैं, वहां खराब होती जा रही हैं।
- निबरी टेंडर की पेमेंट 27 करोड़ रुपये किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी।
- शहर में विकास कार्यों को लेकर पार्षदों से नहीं पूछा जा रहा।
- सफाई व्यवस्था चरमाई हुई है। पुराना टेंडर खत्म होने को और नया टेंडर की प्रक्रिया तक शुरू नहीं हुई।
- कौन सा टेंडर लगा और किस टेंडर का वर्कआर्डर जारी हुआ, इसके बारे में पार्षदों को जानकारी नहीं होती। ठेकेदार अपनी मर्जी से ही काम कर रहा। ये पार्षद रहे मौजूद
वार्ड एक से अनीता रानी, वार्ड दो से पवन कुमार, वार्ड तीन से अंजलि शर्मा, वार्ड पांच अनिल बजाज, वार्ड छह से रवींद्र, वार्ड सात अशोक कटारिया, वार्ड से नौ से मीनाक्षी नारंग, वार्ड 10 से रविद्र भाटिया, वार्ड 11 से कोमल सैनी, वार्ड 12 से सतीश सैनी, वार्ड 13 से शिवकुमार शर्मा, वार्ड 14 से शकुंतला गर्ग, वार्ड 15 से सुमन रानी, वार्ड 16 से अतर सिंह रावल, वार्ड 17 से प्रमोद देवी, वार्ड 18 से बलराम मकौल, वार्ड 19 से निशा, वार्ड 20 से लोकेश नांगरू, वार्ड 21 से संजीव दहिया, वार्ड 22 से चंचल, वार्ड 23 अश्वनी कुमार, वार्ड 24 से मंजीत कौर व वार्ड 26 से विजय जैन मौजूद रहे। ये पार्षद नहीं आ सके : वार्ड चार से रवींद्र भोला, वार्ड 8 चंचल सहगल और वार्ड 25 से दुष्यंत भट्ट नहीं आए। वार्ड 13 के पार्षद शिवकुमार बीमार होने के कारण उनके बेटे ने प्रतिनिधि के तौर पर शिरकत की। बैठक के लिए आया था फोन
वार्ड चार के पार्षद रवींद्र भोला ने जागरण से बातचीत में बताया कि पार्षदों का बैठक के लिए फोन आया था। बाहर होने के कारण बैठक में नहीं आ सका। साथ ही बैठक किसलिए की जा रही है, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। मेरे पास नहीं आया कोई मैसेज
सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट ने बताया कि बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली और न ही कोई मैसेज आया। पार्षद अगर नाराज हैं तो उनसे बात की जाएगी। हाउस की बैठक बुलाने की पावर मेयर अवनीत कौर के पास है।