Coronavirus Update Jind: 4 कोरोना पॉजिटिव की मौत, दो पुलिसकर्मी सहित 258 लोग संक्रमित
Coronavirus Update Jind हरियाणा में जींद में कोरोना का कहर जारी है। चार कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई है। जबकि दो पुलिसकर्मी सहित 258 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। 24 दिनों में 58 कोरोना पॉजिटिव की हो चुकी है मौत।
जींद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर लोगों के लिए जानलेवा बन रही है। जिले में 24 दिनों में 58 कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। शनिवार को चार कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग को शनिवार को 930 सैंपल रिपोर्ट मिली। इसमें से 258 नए पॉजिटिव मिले हैं।
कोरोना संक्रमित लोगों में शहर थाना नरवाना के दो पुलिस कर्मी, सफीदों कॉलेज का एक स्टाफ, जुलाना व मुआना सीएचसी का एक-एक कर्मी, जवाहर नवोदय स्कूल खुंगा के छह स्टाफ कर्मी शामिल है। वहीं गांव बेलरखां एक ही परिवार के सात, सुभाष नगर नरवाना एक ही परिवार के पांच, कृष्ण चंद कालोनी नरवाना व जुलाना के एक ही परिवार के चार-चार, धर्मङ्क्षसह कालोनी नरवाना व रामनगर कालोनी नरवाना के एक ही परिवार के तीन-तीन लोग पॉजिटिव पाए गए है। पॉजिटिव लोगों को होम आइसोलेट किया गया है। जिसके साथ ही जिले में पॉजिटिव का आंकड़ा 9858 पर पहुंच गया है।
7653 लोग पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके हैं। फिलहाल जिले में 2070 एक्टिव केस है। जिले में अब तक कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 145 पर पहुंच गया है। जिलेभर में मंगलवार तक 107141 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इनमें 100745 को पहली डोज तथा 6396 को दूसरी डोज लगी है। कोरोना से मरने वालों में दो शहर, एक सफीदों का रहने वाला है।
जिले में कोविड मरीजों के लिए हैं 498 बेड, 206 ऑक्सीजन बेड
कोरोना संक्रमण के मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि कोरोना संक्रमितों के लिए जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में लगभग 498 बेड उपलब्ध हैं तो वहीं 206 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं, जिनमें 118 सरकारी और 88 निजी अस्पतालों में बेड उपलब्ध हैं। इसलिए मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
सरकारी और निजी अस्पताल में हैं 30 वेंटिलेटर
सिविल सर्जन डा. मनजीत ने बताया कि जिले में 22 वेंटिलेटर सरकारी और आठ वेंटिलेटर निजी अस्पतालों में हैं। यह वेंटिलेटर केवल कोविड मरीजों के इलाज के लिए प्रयोग में लिए जाएंगे। जिला के अस्पतालों में आईसीयू के कुल 15 बेंड हैं, जो 10 सरकारी और पांच निजी अस्पतालों में हैं। ऑक्सीजन की फिलहाल कोई कमी नही है।