करनाल में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में छठी मंजिल से गिरा कोरोना आशंकित मरीज, मौत
करनाल में एक बड़ी घटना सामने आई है। यहां कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना आशंकित एक मरीज छठी मंजिल से गिर गया। इसके कारण मरीज की मौत हो गई। मृतक पानीपत का था।
करनाल/पानीपत, जेएनएन। करनाल में एक बड़ी घटना सामने आई है। यहां कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक मरीज छठी मंजिल से गिर गया। इसके कारण मरीज की मौत हो गई। वहीं मरीज कोरोना आशंकित बताया जा रहा है। हादसे के बाद अस्पताल में भगदड़ सी मच गई। हादसे के बाद काफी लोग घटनास्थल पर जमा हो गए तो वहीं पुलिस को सूचना दी गई।
कोरोना के एक आशंकित मरीज की सोमवार अलसुबह उस समय मौत हो गई, जब उसने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की छठी मंजिल से भागने का प्रयास किया। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज ने बेड की चादरों की रस्सी बनाई, जिसके सहारे वह खिड़की से उतरने लगा मगर इसी आपाधापी में अचानक ही वह गिर पड़ा। शव पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया है।
बताया जा रहा है कि पानीपत के एक गांव के निवासी करीब 56 वर्षीय व्यक्ति को लीवर की बीमारी थी, जिसके चलते उसे पानीपत से करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में एक अप्रैल को रेफर किया गया। यहां उसमें कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर आइसाेलेशन वार्ड में दो दिन पहले भर्ती कर दिया गया। सोमवार अलसुबह करीब पौने चार बजे छठी मंजिल पर बने आइसोलेशन वार्ड से भागने की कोशिश की, जिसके लिए वह चादरों के सहारे खिड़की से उतरने लगा। करीब दो मंजिल तक की ही यह रस्सी थी कि अचानक वह नीचे बने फाइबर शैड पर गिर गया। इससे काॅलेज स्टाफ में हड़कंप मच गया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
फाइबर शैड में फंसा, फायर कर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर निकाला
मृतक खिड़की से भागने के प्रयास में बेसमेंट के लिए बनाए गए करीब 15 फीट उंचे फाइबर शैड पर गिर गया और उसके शरीर का आधा हिस्सा उसी में फंस गया। धमाके की आवाजा सुनकर गार्ड बाहर भागा तो दूसरे कर्मियों को बताया। यह देख कालेज स्टाफ के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में पुलिस व फायर ब्रिगेड कर्मी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने फाइबर शैड काटकर कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला, जिसके बाद ग्रांउड में ही चिकित्सकों ने उसकी जांच की तो मौके पर ही उसे मृत घोषित कर दिया।
कोरोना की आशंका, रिपोर्ट का इंतजार
बताया जा रहा है कि मृतक में कोरोना महामारी के लक्षण की आशंका थी, जिसके चलते उसे आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कराया गया था। उसके सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। चर्चा है कि इससे पहले ही उसने भयभीत होकर ही यह कदम उठा लिया।
फायरकर्मियों के लिए तैयार मिली पीपीइ किट
फायर ब्रिगेड सेंटर पर कॉलेज की ओर से सुबह चार बजकर 10 मिनट पर सूचना पहुंची। अगले पांच मिनट के दौरान ही प्रवीन कुमार, जितेंद्र सिंह, हिमांशु, अनिल पहल, भूपेंद्र, संजीव कुमार व सुमित कुमार की टीम अपनी गाड़ी व पुख्ता प्रबंधों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्हें पहले से ही कॉलेज प्रबंधन की ओर से चार से पांच पीपीइ किट तैयार मिली, जिसे पहनकर पूरी सर्तकता के साथ मृतक को फाइबर शैड से निकाला और शव मोर्चरी हाउस पहुंचाया गया।
मामले की जांच की जा रही : एसएचओ
सिविल लाइन के एसएचओ संजीव गौड़ का कहना है कि शव मोर्चरी हाउस में रखवा दिया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। मृतक के बारे में कॉलेज से भी जानकारी जुटाई जा रही है। परिजनों को समय पर ही सूचना दे दी गई थी।