कैथल में कोरोना संक्रमण का कहर, नौ की मौत, 275 नए केस
हरियाणा के कैथल में कोरोना संक्रमण का कहर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को कोरोना संक्रमण की वजह से नौ संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है। वहीं 275 नए केस सामने आए हैं। 153 लोग स्वस्थ हुए हैं।
कैथल, जेएनएन। कैथल में में शनिवार को कोरोना संक्रमण के चलते नौ लोगों की मौत हो गई, वहीं 275 नए केस सामने आए हैं। 153 लोग स्वस्थ हुए हैं। मरने वालों का कुल आंकड़ा 169 तक पहुंच गया है। जिला में 8 हजार 787 कोरोना के मरीजों में से 7 हजार 626 मरीज ठीक हो चुके हैं। अब कोरोना के एक्टिव केस 992 रह गए है। अभी तक लिए गए 2 लाख 11 हजार 901 में से 2 लाख 1 हजार 757 सैपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।
शनिवार को जिला में कोरोना से 9 व्यक्तियों की मृत्यु हुई। इनमें 2 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। मरने वालों में पांच ग्रामीण क्षेत्र से हैं। मृतकों में 60 वर्षीय गांधी नगर कैथल की महिला, 55 वर्षीय गांव बदराणा की महिला, 67 वर्षीय सजूमा की महिला, 65 वर्षीय कौलेखां का पुरुष, 57 वर्षीय सीवन गेट कैथल की महिला, 50 वर्षीय सिसमौर की महिला, 47 वर्षीय कैथल की महिला जिनका इलाज नागरिक अस्पताल में चल रहा था। इसी प्रकार 66 वर्षीय राधा स्वामी कॉलोनी कैथल की महिला, जिसका इलाज शाह अस्पताल में चल रहा था तथा 70 वर्षीय कलायत निवासी पुरुष जिनका इलाज सिंगला अस्पताल हिसार में चल रहा था शामिल है। मई माह में मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। इस माह रोजाना छह से ज्यादा मौत हो रही है। शनिवार को एक ही दिन में नौ मौत होने से पहले एक दिन में 11 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
डीसी सुजान सिंह ने कहना है कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना की चेन को तभी तोड़ पाएंगे जब हम सभी एकजुटता से आगे आएंगे। सरकार की हिदायतों का पालन करते हुए घर पर रहें। ऐसा करके स्वयं भी बचेंगे और परिवार व समाज के लोगों को भी कोरोना महमारी से बचा सकेंगे।
होम आईसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की हो रही निरंतर निगरानी
जिला में 793 मरीज होम आईसोलेशन में है। इन लोगों से दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया जाता है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में होम आईसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों को मैडिकल कीट, आयुर्वेदिक दवाईयों की होम डिलवरी की जा रही है। हॉम आईसोलेशन में रह रहे 7 हजार 462 व्यक्तियों में से 6 हजार 669 ठीक हो चुके हैं। जिले में कुल 1410 बेड हैं। इनमें 115 सिविल अस्पताल, 70 बेड गुहला में है। इस समय 99 मरीज सिविल अस्पताल, दो गुहला, 57 शाह तो 30 मरीज सिग्नस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं। वहीं 11 मरीजों का इलाज, चंडीगढ़ पीजीआई, दिल्ली सहित अन्य जिलों के अस्पताल में चल रहा है। 35 आइसीयू बेड हैं। 17 वेंटिलेटर बेड जिले में है।
ये है वैक्सीनेशन की स्थिति
जिला में अभी तक 1 लाख 19 हजार 793 व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें से 1 लाख 1 हजार 915 व्यक्तियों को पहली डोज तथा 17 हजार 878 व्यक्तियों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इनमें 10 हजार 278 हैल्थ केयर वर्कर्स, 5 हजार 838 फ्रंट लाइन वर्कर्स, 45 वर्ष आयु वर्ग से ऊपर के 94 हजार 105 व्यक्ति तथा 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के 9 हजार 572 व्यक्ति शामिल हैं। शनिवार को कुल 2085 व्यक्तियों को टीकाकरण किया गया, जिनमें 47 हेल्थ केयर वर्कर, 30 फ्रंट लाइन वर्कर्स, 45 वर्ष आयु वर्ग से ऊपर के 1319 व्यक्ति तथा 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के 689 व्यक्ति शामिल हैं। अब स्टॉक के तौर पर 6 हजार 530 वैक्सीन उपलब्ध है। इसमें से 4570 कोविशिल्ड तथा 1960 कोवैक्सीन है।
दो दिवसीय टीकाकरण शिविर में 510 लोगों ने लगवाई वैक्सीन
सेवा संघ द्वारा जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से लगाए गए दो दिवसीय कोविड टीकाकरण शिविर में दूसरे दिन 260 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया। इनमें 176 ने पहली डोज और 84 ने दूसरी डोज लगवाई। संस्था के संस्थापक व महासचिव शिव शंकर पाहवा ने बताया कि शिविर के दोनों दिन 510 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। उन्होंने ये भी बताया कि सेवा संघ द्वारा 4 शिविर लगवाए गए हैं। इनमें 910 महिला एवं पुरूषों ने कोरोना का टीका लगवाकर इस आपदा से बचाव की तरफ महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। उन्होंने बताया कि पहले शिविर में 150, दूसरे में 250, तीसरे में 250 और चौथे शिविर में आज 260 लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया।
कोरोना महामारी से बचाव को लेकर हो जागरूक
जो व्यक्ति स्वयं के स्वास्थ्य की देखभाल नही कर सकता। समाज हित में वह क्या योगदान दे सकता है। क्या कभी इसके बारे में आपने सोचा है। ढांड थाना प्रभारी रामकुमार ने कसबे में बिना मास्क लगाए घूम रहे वाहन चालकों को समझाते हुए उन्हें मास्क देकर स्वयं व दूसरों को सुरक्षित रखने की सलाह दी। नसीहत के तौर पर बिना मास्क के घूमने पर उनके चालान भी किए। थाना प्रभारी ने आम जनता से आह्वान किया है कि पुलिस का मकसद चालान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि पुलिस तो हमेशा जनता की सेवा को समर्पित रहती है। इसलिए आपको चाहिए कि सरकार द्वारा निर्धारित कोरोना मापदंडों का पालन करते हुए बेवजह अपने घरों से बाहर ना निकलें।