Panipat Lockdown Day- 8: युद्धभूमि में हार रहा Coronavirus, नर्स संक्रमित नहीं, डिप्टी सिविल सर्जन, बेटे और नोडल अधिकारी भी सुरक्षित
पानीपत में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज ठीक हो रहे हैं। अब नर्स डिप्टी सिविल सर्जन उनके बेटे और नोडल अधिकारी सुरक्षित हैं।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस के खौफ के चलते लॉकडाउन में रह रहे जिला वासियों के लिए अच्छी खबर है। बुधवार को एक रिपीट सैंपल सहित नौ लोगों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को मिली, सभी निगेटिव हैं। इनमें डिप्टी सिविल सर्जन, उनके पुत्र, आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी की रिपोर्ट भी शामिल हैं। उधर, सिविल अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहित तीन लोगों के सैंपल भेजे गए हैं।
सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि बुखार-खांसी होने पर 29 मार्च को डिप्टी सिविल सर्जन और उनके बेटे का स्वाब सैंपल भेजे गए थे। गुरुग्राम स्थित एक अस्पताल की नर्स का भी दूसरा सैंपल भेजा गया था। एहतियात के तौर पर सिविल अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी भी सैंपल भेजा गया था। मंगलवार को मिली निगेटिव नौ रिपोर्ट में इन सभी की भी शामिल हैं। नर्स का तीसरा सैंपल कुछ दिन बाद भेजा जाएगा, फिलहाल वह आइसोलेशन वार्ड में एडमिट हैं। बाकी रिपोर्ट पार्क अस्पताल से रेफर होकर सिविल अस्पताल में एडमिट हुए लोगों की हैं। बता दें कि मंगलवार को भेजे तीन सैंपलों में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का है। वह 20 दिन से आइसोलेशन वार्ड में कार्यरत था। उसने कई दिन तक कोरोना वायरस ओपीडी में ड्यूटी की थी, सर्तकता बरतते हुए सैंपल भेजा गया है।
विदेश से लौटे 909 लोग होम क्वारंटाइन में
जिले में विदेशों से लौटने वालों की संख्या 2200 के पार पहुंच गई है। इनमें से लगभग 50 फीसद ने ही स्वघोषित फॉर्म भरा है। मंगलवार को भी 38 लोगों से फॉर्म भराया गया, संख्या 909 तक पहुंच गई है। इसके अलावा होम अंडर क्वारंटाइन के तहत 560 घरों के बाहर नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं, जिससे कि पड़ोसी-परिचित इन घरों में प्रवेश न कर सकें।
नौल्था लौटी कोरोना विजेता ग्रामीणों को अब मिला चैन
कोरोना वायरस से पानीपत जंग जीत रहा है। इंग्लैंड से लौटा युवक ठीक होकर अपने घर पहुंच गया, वहीं रोहतक पीजीआइ से महिला भी अपने घर नौल्था आ गई है। उसकी दो बार रिपोर्ट निगेटिव आई थी। महिला के लौटने पर ग्रामीणों के चेहरे पर अलग ही सुकून दिखाई दे रहा है। उनका कहना है कि वे कोरोना से जंग जीत जाएंगे। महिला अभी अलग ही रहेगी। दोबारा भी सैंपल भेजे जाएंगे। महिला ने फोन पर दैनिक जागरण को बताया, डॉक्टरों ने भगवान बनकर बचाया है। हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। अगर हौसला हो तो किसी भी बीमारी को हराया जा सकता है। भारत से कोरोना हारकर ही जाएगा।
नौल्था राइस मिल मालिक को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। उसके बाद मिल में काम कर रही महिला को भी यही संक्रमण हो गया। महिला नौल्था से रोहतक चली गई थी। वहां बीमार हुई तो रोहतक पीजीआइ में जांच कराने पहुंची। रिपोर्ट में उसे भी संक्रमण की पुष्टि हुई।उसे पीजीआइ में ही आइसोलेशन में दाखिल किया गया। उसी समय महिला के पति, सास और दोनों बच्चों का चेकअप किया गया। इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। मिल में काम करने वाले 80 मजदूरों का चेकअप किया गया। महिला का इलाज पीजीआइ में चलता रहा। महिला के ठीक होने पर गांव को चैन मिला।
सास लेकर आई बहू को
बहू के ठीक होने पर सास रोहतक पीजीआइ पहुंची। उसे घर लेकर आई। यहां पर सभी डॉक्टरों का आभार जताया।