नांदेड़ से अंबाला लौटे 39 श्रद्धालुओं में से 4 कोरोना वायरस पॉजिटिव, संक्रमितों की संख्या हुई 41
अंबाला में महाराष्ट्र के नांदेड़ से करीब 39 श्रद्धालु पहुंचे हैं इसमें से चार कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। वहीं दो दिन पहले एक दिन में 23 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला में चार मई को एक साथ 23 कोरोना पॉजिटिव मामले के बाद अब चार और संक्रमित मरीज सामने आए हैं। ये चारों नांदेड़ से अंबाला लौटे थे। सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं अंबाला में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 41 पहुंच गई है।
महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित तख्त श्री हजूर साहिब से 39 श्रद्धालु अंबाला आए थे। इसमें से चार कोरोना वायरस पॉजिटिव मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने चारों कोरोना पॉजिटिव को शहर की धर्मशाला में आइसलेशेन वार्ड में भर्ती कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी को शांति देवी धर्मशाला और कांबोज धर्मशाला में रोका था। बाद में काफी श्रद्धालुओं को प्रशासन की मदद से उनके जिले में भेज दिया गया था। अब जिले में 41 कोरोना पॉजिटिव मरीज हो चुके हैं। इस संबंध में सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले की पुष्टि की है।
महिला चिकित्सक के संपर्क में आए मरीजों की तलाश में जुटा विभाग
नागरिक अस्पताल छावनी के इमरजेंसी में सोमवार को ड्यूटी करने वाली महिला चिकित्सक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल प्रशासन बेचैन है। पीड़ित महिला चिकित्सक ने 2 मई को इमरजेंसी में ड्यूटी दी थी। अब उस दिन इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के नाम-पते के साथ दर्ज मोबाइल नंबर से संपर्क कर लोगों को तलाशने में स्वास्थ्य विभाग की टीम जुटी है। हालांकि महिला चिकित्सक को स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट कर दिया है।
कहां-कहां गई किन-किन के संपर्क में आई
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने महिला चिकित्सक से पूछा है कि क्या किसी मरीज को रेफर भी किया था। विभाग की टीम ने आशा वर्कर को भी आइसोलेट किया हुआ है। उससे भी जानकारी जुटाई जा रही है कि वह कहां-कहां गई थी और किन-किन लोगों के संपर्क में आई थी।
महिला चिकित्सक के परिवार में तीन सदस्य
स्वास्थ्य विभाग ने महिला चिकित्सक के परिवार का भी ब्योरा जुटाया है। चिकित्सक के घर में पति और सास हैं। इन्हें खास सावधानी बरतने को कहा गया है।
क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वालों से बढ़ेगा खतरा
इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी में कहा गया कि अगर देश में लॉकडाउन, क्वारंटाइन या सेल्फ आइसोलेशन नहीं किया गया तो एक संक्रमित व्यक्ति से स्थिति बिगड़ जाएगी। हालांकि लॉकडाउन की वजह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम है। अगर कोई संक्रमित व्यक्ति सेल्फ-आइसोलेशन नहीं करता तो आइसीएमआर की स्टडी के मुताबिक 30 दिन में वह करीब 406 स्वस्थ लोगों को संक्रमित कर सकता है। अंबाला के सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च की स्टडी समय-समय पर आती रहती है। स्टडी और उसके साथ स्वास्थ्य मंत्रलय की गाइड लाइन के आधार पर कोरोना वायरस को समाप्त करने की दिशा में काम चल रहा है।