क्रॉनिक डिजीज वालों की जान ले रहा कोरोना, किडनी व शुगर से पीडि़त व्यापारी की मौत
अब तक कैंसर टीबी व कैंसर से पीडि़त कोरोना पॉजिटिव की हुई मौत। जींद में तीसरी मौत के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
पानीपत/जींद, जेएनएन। क्रॉनिक डिजीज (पुरानी बीमारी) वालों के लिए कोरोना जानलेवा बन रहा है। जिले में तीन कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई है। तीनों ही मरीज पुरानी बीमारी से पीडि़त थे और लंबे समय से उस बीमारी को झेल रहे थे। मंगलवार रात को भी पिल्लूखेड़ा अनाज मंडी के आढ़ती रामदयाल की कोरोना होने से पीजीआई में मौत हो गई। रामदयाल दस साल से किडनी की बीमारी के साथ शुगर से पीडि़त था।
किडनी में दिक्कत आने के चलते सात मई को वह दिल्ली में अपने बेटे के पास गया था। जहां पर उसने शालीमार बाग दिल्ली के एक अस्पताल में वहां पर इलाज करवाया था। इलाज करवाने के बाद 24 मई को वह अपने परिवार के साथ कार के माध्यम से पिल्लूखेड़ा आ गए। दिल्ली से वापस आने के दो दिन के बाद उसे बुखार व खांसी हो गई। दिल्ली की ट्रेवल हिस्ट्री होने के चलते उसने सफीदों के नागरिक अस्पताल में 29 मई को सैंपल लिया और 31 मई को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पीजीआई रोहतक में दाखिल किया था। दाखिल करने के अगले ही दिन उसकी हालात बिगडऩे लगी।
मंगलवार को उसे अचानक ही हार्ट अटैक आ गया और उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। पीजीआई प्रशासन ने उसकी रिकवरी के लिए वेंटिलेटर पर रखा था। रामदयाल को किडनी की बीमारी के साथ हार्ट अटैक व कोरोना होने के चलते मौत हो गई। रामदयाल की मौत के बारे में जिला प्रशासन ने उसके परिवार के लोगों को अवगत करवाया। इसके बाद पीजीआई प्रशासन ने उसके शव को रोहतक प्रशासन को सौंप दिया और वहीं पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
मरने वालों की बीमारी की थी पुरानी हिस्ट्री
जिले में कोरोना पॉजिटिव की पहली मौत गांव पेगां निवासी रामकुमार की हुई थी। रामकुमार कैंसर से पीडि़त था और हालात बिगडऩे पर उसे मुंबई से लाकर हिसार के निजी अस्पताल में दाखिल किया था। जहां पर कोरोना को सैंपल लेने पर वह पॉजिटिव मिला था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के दो दिन के बाद उसकी अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। कोरोना पॉजिटिव की दूसरी मौत गांव ङ्क्षसघवाल निवासी कर्मबीर की हुई थी। कर्मबीर टीबी का मरीज था और लंबे समय से कैथल से इलाज चल रहा था। उसे भी टीबी के इलाज के लिए पीजीआई रोहतक में दाखिल किया था। उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के दो दिन बाद उसकी भी पीजीआई रोहतक में मौत हो गई थी। जबकि तीसरी मौत पिल्लूखेड़ा निवासी रामदयाल की हुई है। रामदयाल दस साल से किडनी व शुगर से पीडि़त था।
क्रॉनिक डिजीज वालों की हो रही मौत : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि जिले में अब तक क्रॉनिक डिजीज वाले कोरोना पॉजिटिव की ही मौत हुई है। जिन लोगों को पुरानी बीमारी नहीं है वह लोग स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। जिले में अब तक 34 कोरोना पॉजिटिव के केस आए हैं और इसमें से 26 लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं। जबकि पांच लोगों का पीजीआई रोहतक में इलाज चल रहा है।