23 दिनों में कोरोना से 30 की मौत, अस्पताल में नहीं शारीरिक दूरी का पालन
जागरण संवाददाता पानीपत दूसरों को नसीहत खुद मियां फजीहत। सिविल अस्पताल के परिसर में शार
जागरण संवाददाता, पानीपत
दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत। सिविल अस्पताल के परिसर में शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां। कोविड-19 की गाइडलाइन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सिविल अस्पताल पर कहावत सटीक बैठती है। अस्पताल के अलग-अलग ब्लॉकों पर सरसरी नजर डालें तो कहीं नहीं लगता कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना महामारी संक्रमण से निपटने के प्रति गंभीर हैं। 23 दिनों में कोरोना से 30 की जान चली गई है, अस्पताल में पहुंच रहे मरीज-तीमारदार भी इससे बेपरवाह दिखते हैं।
मेडिसिन ओपीडी के बाहर आपाधापी
सिविल अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में रोजाना करीब 300 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। सबसे अधिक भीड़ इसी ओपीडी में रहती है। मंगलवार को भी ओपीडी के बाहर आपाधापी का माहौल दिखा। कतार में खड़े मरीज दो गज क्या एक गज की शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। बता दें कि यहां सामान्य बुखार, मलेरिया-डेंगू के संभावित मरीज सहित पुरानी गंभीर बीमारियों के रोग परामर्श लेने पहुंचते हैं।
रजिस्ट्रेशन विडो के बाहर भीड़
ओपीडी स्लिप बनवाने के लिए रजिस्ट्रेशन विडो पर भी मरीजों-तीमारदारों की भीड़ दो गज की शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाती दिखी। महिला गार्ड भी भीड़ से बचती दूर कोने में खड़ी देखी गई। ओपीडी के प्रवेश द्वार पर थर्मल सेंसर से स्क्रीनिग और हाथों को सैनिटाइज कराने के इंतजाम नहीं दिखे।
कॉमन सर्विस सेंटर बेलगाम
रेडियोलॉजी ब्लॉक में खुला कॉमन सर्विस सेंटर और प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के काउंटर के बाहर हालात बेलगाम दिखे। दोनों जगह जबरदस्त भीड़, व्यवस्था बनाने के लिए कोई गार्ड नहीं दिखा। वहां खड़े-बैठे लोग भी बेपरवाह बने दिखे।
कोरोना ओपीडी और इमरजेंसी में स्थिति बेहतर
सिविल अस्पताल की इमरजेंसी और कोरोना ओपीडी के बाहर मंगलवार को व्यवस्था में सुधार दिखा। रजिस्ट्रेशन से लेकर सैंपल देने तक कोई आपाधापी नहीं दिखी। एक मरीज के सैंपल में अधिकतम 15 मिनट का समय लग रहा था।
कोरोना से ऐसे करें बचाव
-सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें।
-दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें।
-हाथों को बार-बार सैनिटाइज करें।
-भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
-होम आइसोलेट मरीज बाहर न टहलें।
-कोरोना मरीज की एक ही व्यक्ति देखभाल करे।
-देखभाल करने वाला व्यक्ति दस्ताने-मास्क पहने।
-जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन करें।
-रोग के मामूली लक्षण हैं तो तुरंत जांच कराएं।
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कोरोना संक्रमण के पैर पसारने का बड़ा कारण लापरवाही भी है। सख्ती के बावजूद लोग मास्क और शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। महामारी पर नियंत्रण के लिए हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे। खुद का संक्रमित होने से बचाएं, दूसरों को भी नसीहत दें।
डा. संतलाल वर्मा, सिविल सर्जन।