रिपोर्ट के आधार पर तय होगी कंट्रोल्ड एरिया की सीमा
अरविन्द झा, पानीपत : कंट्रोल्ड एरिया की अधिसूचित सीमा फिर से तय की जाएगी। सभी जिलों में रि-अ
अरविन्द झा, पानीपत : कंट्रोल्ड एरिया की अधिसूचित सीमा फिर से तय की जाएगी। सभी जिलों में रि-असेसमेंट होना है। रिपोर्ट पर प्रशासन की सहमति मिलने के बाद इसे सरकार को भेजा जाएगा। प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का एक तिहाई एरिया कंट्रोल्ड सीमा में आता है।
कृषि प्रधान भू भाग में कंट्रोल्ड एरिया निर्धारित करने से पहले इसका रि-असेसमेंट किया जाना है। नगर आयोजना निदेशालय की तरफ से गुड़गांव, रोहतक, फरीदाबाद, हिसार व पंचकूला के वरिष्ठ नगर योजनाकारों को कंट्रोल्ड एरिया के पुन: निर्धारण के आदेश दिए गए हैं। पानीपत सहित सभी 22 जिलों में पदस्थ टाउन प्लानरों को इस बारे में रि-असेसमेंट कर रिपोर्ट देने को कहा गया। प्रदेश में 44212 वर्ग किमी भू भाग में से 14000 वर्ग किमी (32 फीसद) कंट्रोल्ड एरिया में है। मालूम हो कि वर्ष 2005 तक 14 फीसद क्षेत्र ही कंट्रोल्ड एरिया में आता था।
रि-असेसमेंट में क्या होगा
कंट्रोल्ड एरिया से जमीन बाहर निकल जाने पर सीएलयू (चेंज ऑफ लैंड यूज परमिशन) की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिस जिले में ज्यादा एरिया नोटिफाइ है, वहां कम तथा जहां कम नोटिफाइ है, वहां ज्यादा करने का विकल्प है। कंट्रोल एरिया न होने से बिना परमिशन के कुछ भी बना लेते थे। अब सुनियोजित तरीके से उस नगर का विकास किया जा सकेगा।
रिपोर्ट देख कर नोटिफिकेशन
निदेशालय के अधिकारियों के मुताबिक निगम से बाहर की बाउंडरी कंट्रोल एरिया से तय होती है। 21 जिलों में पहली बार रि-असेसमेंट कराया जा रहा है। संबंधित जिले के उपायुक्त नगर योजनाकार की रि-असेसमेंट रिपोर्ट को अनुशंसित करेंगे। उसके बाद ही प्रदेश सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
1963 में बना था एक्ट
बिना योजना के विकास पर रोक लगाने के लिए 1963 में पंजाब शेडयूल्ड रोडस एंड कंट्रोल्ड एरिया रिस्ट्रिक्शन ऑफ अन रेग्युलेटेड एक्ट बना कर हरियाणा में कंट्रोल्ड एरिया घोषित की गई थी।
पहली बार रि असेसमेंट : पानीपत के टाउन प्लान हरविंदर ढुल ने बताया कि पहली बार रि-असेसमेंट कराया जा रहा है। पानीपत की रिपोर्ट जमा करा दी है। सरकार को भेजी जाएगी। पानीपत में 15 कंट्रोल्ड एरिया है। इसराना, समालखा, मतलौडा, पानीपत, व बिहोली इसी दायरे में आता है।