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Google सपना, Amazon से हुई शुरुआत, मिली 28 लाख पैकेज की Job Panipat News

कंप्यूटर इंजीनियर वाल्या को अमेजन में 28 लाख की नौकरी मिली है। वाल्या का सपना गूगल में काम करना है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 01:13 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 05:48 PM (IST)
Google सपना, Amazon से हुई शुरुआत, मिली 28 लाख पैकेज की Job Panipat News
Google सपना, Amazon से हुई शुरुआत, मिली 28 लाख पैकेज की Job Panipat News

पानीपत, जेएनएन। हौसले बुलंद हों तो सफलता कदम चूमती है। 2016-20 बैच की कंप्यूटर इंजीनियङ्क्षरग की छात्रा वाल्या मलिक को अमेजन ने 28 लाख के वार्षिक पैकेज का ऑफर दिया है। पाइट प्रबंधन के मुताबिक वाल्या पहली छात्रा हें जिन्हें यह अवसर मिला है।   

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पानीपत में हाउङ्क्षसग बोर्ड कॉलोनी निवासी वाल्या के पिता नरेश मलिक और बड़े भाई अंकुर इंजीनियर हैं। मां वीना मलिक गृहिणी हैं। भाई का सपना था कि वह किसी बड़ी कंपनी में ही नौकरी करे, लेकिन उसे यह अवसर नहीं मिला। बहन वाल्या मलिक ने पहली बार में भाई के सपने को साकार किया। अमेजन से ऑफर मिलने के बाद वाल्या ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में बताया अपनी सफलता की कहानी। 

प्रश्न- अपनी सफलता पर कैसा महसूस हो रहा है।

उत्तर-28 लाख रुपये के पैकेज से शुरुआत अच्छी है, और आगे जाना है।

प्रश्न-आपका लक्ष्य क्या है।

उत्तर-मेरा अगला लक्ष्य गूगल में काम करना है। उसमें नई चीजें सीखने की अपार संभावनाएं हैं।

प्रश्न-आपका मजबूत पक्ष क्या है।

उत्तर-अटल विश्वास। मुझे अपने ऊपर  हमेशा भरोसा रहता है। 

प्रश्न- पाइट की क्या चीज आपको अच्छी लगी।

उत्तर-पाइट का रोबोटिक लैब अच्छा है। गुरुजनों का सहयोग भी अच्छा है। 

प्रश्न-अमेजन की प्लेसमेंट दूसरी कंपनी से अलग कैसे है।

उत्तर-दूसरी कंपनी में ऑनलाइन प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं, जबकि यह ऑफ लाइन है। ब्लैंक पेपर पर निर्धारित समय में दो और तीन टेक्निकल प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। पहला राउंड पाइट में और दूसरा बेंगलूरू में हुआ। कॉलेज के 7 विद्यार्थियों में मैं अकेली चुनी गई। दूसरे राउंड में पूरे देश से विद्यार्थी आए हुए थे। छह का सेलेक्शन हुआ। उसमें मैं भी हूं।

फरीदाबाद के हरप्रीत का सैप में हुआ चयन, एमटेक का खर्च वहन करेगी कंपनी

फरीदाबाद के हरप्रीत का सैप लैब के लिए चयन हुआ है। हरप्रीत ने भी पाइट में कंप्यूटर साइंस से बीटेक किया है। दो सालों तक कंपनी उसकी एमटेक का खर्च उठाएगी। साथ ही 9 लाख रुपये हर साल उसे खर्च के लिए देगी। उसे कंपनी के प्रोजेक्ट पर भी काम करना होगा। उसने कहा कि सतत अध्ययन, शिक्षकों का सहयोग और इवेंट्स में भाग लेते रहने से उसे मुकाम मिला है। एमटेक के बाद वे कंपनी में सेवा देंगे। हरप्रीत के पिता अमरजीत सिंह व्यवसायी हैं।


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