कंपनी के टोल फ्री नंबर पर किया काल, आनलाइन सरिया खरीदने का दिया आर्डर, हो गई ठगी
कुरुक्षेत्र के युवक ने आनलाइन सरिया खरीदने के लिए कंपनी से संपर्क किया। कंपनी का टोल फ्री नंबर इंटरनेट मीडिया से लिया। सरिया को आर्डर कर दिया। रकम देकर सरिया को बुक कर लिया गया। पीडि़त से 90 हजार रुपये ठग लिए।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। आनलाइन कामधेनू सरिया कंपनी के नाम पर टोल फ्री नंबर पर संपर्क करने पर अज्ञात व्यक्ति ने उपभोक्ता के साथ 90 हजार रुपये की ठग लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।
प्रोफेसर कालोनी निवासी रामेश्वर दास ने कृष्णा गेट थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह मकान बना रहा है। इसके लिए उसे सरिया लेना था। लोकल बाजार में सरिया का रेट ज्यादा था। उसने आनलाइन सर्च किया तो कामधेनु सरिया की साइट पर कंपनी का टोल फ्री नंबर मिला। उन्होंने उस नंबर पर संपर्क किया तो किसी ने फोन नहीं उठाया। उसके तुरंत बाद फोन आया कि वह साइट पर सरिया सर्च कर रहे हैं। वह कामधेनू कंपनी का सेल्समैन है। उनका नाम जगदीश प्रसाद है।
15 मई 2022 को उसकी उस नंबर पर दो-तीन बार बात हुई। उस फोन नंबर से उसके पास फोन आया और तय हुआ कि सरिया भेज देंगे। सरिये की डिटेल भेज दो। सरिया तब उतरेगा जब आप पेमेंट खाते में कर देंगे, जिसका खाता नंबर, आइएफएससी कोड व खाता धारक का नाम मनोज कुमार शर्मा बताया। उन्होंने टैक्स मैसेज पर नंबर भेज दिया। शिकायतकर्ता ने अपने खाते से 90 हजार रुपये उस खाते में डाल दिए।
16 मई की शाम को निशांत सरिया लेकर आया, परंतु उसने सरिया उतारने से इंकार कर दिया और कहा कि उनकी पेमेंट उसे देनी है। शिकायतकर्ता ने जगदीश प्रसाद के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उसे बताया गया कि उसकी पेमेंट उसके पास नहीं आई है। वह निशांत मित्तल को पेमेंट दे दे। शिकायतकर्ता ने आरोपित को बताया कि उसने गूगल पे यूपीआइ से 90 हजार रुपये की पेमेंट भेज दी है। आरोपित ने उसे कहा कि वह अभी निशांत को पेमेंट दे दे वह उसकी पेमेंट वापस कर देंगे।
शिकायतकर्ता ने अपनी पत्नी के खाते से एक लाख 11 हजार की पेमेंट उसी समय कर दी। 16 मई रात नौ बजे तक उसकी पेमेंट खाते में नहीं आई। 17 मई को जब उसने फोन पर संपर्क किया तो फोन बंद मिला। आरोपित जगदीश प्रसाद ने उसकी 90 हजार रुपये की पेमेंट हड़प ली है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच एएसआइ पवन कुमार को सौंपी है। एएसआइ पवन कुमार ने बताया कि पुलिस मामले में साइबर सैल की मदद ले रही है।