Bajrang Punia, दीपक और साक्षी मलिक की जीत पर पीएम मोदी ने दी बधाई, सीएम बोले- गर्व का पल
Commonwealth Games कामनवेल्थ गेम्स के आठवां दिन हरियाणा के खिलाडि़यों के नाम रहा। कुश्ती में हरियाणा को बजरंग पूनिया (Bajrang Punia ) साक्षी मलिक और दीपक पूनिया ने गोल्ड दिलाया। अंशु मलिक (Anshu Malik) ने सिल्वर जीता। उनकी जीत पर पीएम मोदी और सीएम मनोहर लाल ने बधाई दी।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणवी पहलवानों ने कामनवेल्थ गेम्स में मैट पर उतरते ही मेडल पक्का कर लिया। बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया और साक्षी मलिक ने गोल्ड जीता। वहीं, जींद की अंशु मलिक ने सिल्वर मेडल जीता। हरियाणा के खिलाडि़यों की जीत पर पीएम मोदी ने ट्वीट करके बधाई दी। वहीं सीएम मनोहर लाल ने भी कहा, ये गर्व का पल है।
हरियाणवी खिलाडि़यों के जोश को देख सीएम मनोहर लाल भी गदगद दिखे। उन्होंने खिलाडि़यों को बधाई दी। सीएम मनोहर लाल ने बजरंग पुनिया, साक्षी और अंशु मलिक को बधाई दी। सीएम ने ट्वीट किया कि हरियाणा के पहलवानों ने इंग्लैंड में हिंदुस्तान का दम दिखाया है। कामनवेल्थ 2022 में म्हारे धाकड़ पहलवान बजरंग पूनिया को स्वर्ण पदक और महिला पहलवान अंशु मलिक को रजत पदक जीतने पर अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने लिखा कि समस्त भारत वर्ष को आप दोनों पर गर्व है। सीएम ने ट्वीट किया है कि ये गर्व का पल है। हरियाणा की बेटी, महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारत को 8वां स्वर्ण दिलाकर पूरे विश्व में देश के झंडे को ऊंचा किया है। बेटी साक्षी और सभी हरियाणा वासियों को ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं।
तीन गोल्ड, एक सिल्वर
कामनवेल्थ गेम्स में साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, दीपक पूनिया ने गोल्ड मेडल जीता। वहीं जींद की बथर्ड गर्ल अंशु मलिक ने सिल्वर मेडल जीता। बहादुरगढ़ के दीपक पूनिया ने भी गोल्ड जीतकर हरियाणा का नाम रोशन किया।
हरियाणा के पहलवानों ने इंग्लैंड में दिखाया हिंदुस्तान का दम!#CWG2022 में म्हारे धाकड़ पहलवान @BajrangPunia को स्वर्ण पदक और महिला पहलवान अंशु मलिक को रजत पदक जीतने पर अनंत बधाई एवं शुभकामनाएं।
समस्त भारतवर्ष को आप दोनों पर गर्व है।@OLyAnshu pic.twitter.com/86mCRpAgdY
— Manohar Lal (@mlkhattar) August 5, 2022
अंशु के दादा परदादा भी करते थे पहलवानीअंशु मलिक के घर में खेल का माहौल शुरू से रहा। दादा व परदादा भी पहलवानी करते थे। पिता धर्मबीर विश्व कुश्ती कैडेट खेले हैं तो ताऊ पवन हरियाणा केसरी व भारत कुमार का खिताब जीत चुके। पिता धर्मबीर बताते हैं कि वह अंशु के छोटे भाई शुभम को कुश्ती करवाने लेकर जाते थे। एक दिन अंशु ने अपनी दादी वेदपति से कहा कि उसे भी कुश्ती करनी है। वह शाम को घर पहुंचा तो उनकी मां ने कहा, मेरी पोती को भी कुश्ती करवाने लेकर जाया कर। यह भी पहलवान बनेगी। उस समय अंशु छठी कक्षा में थी। यह बात वर्ष 2012 की है।
झज्जर के रहने वाले बजरंग का कुछ ऐसा रहा सफर
हरियाणा के झज्जर जिले के खुदान गांव के बजरंग पूनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को हुआ था। बजरंग ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में फ्रीस्टाइल 65 किलो कैटेगरी में कांस्य पदक जीता था। बजरंग पूनिया ने सात साल की उम्र में रेसलिंग शुरू कर दी थी। बजरंग के पिता भी पहलवान थे और उन्होंने अपने बेटे को एक स्थानीय कुश्ती स्कूल में डाल दिया।
ये पदक जीतेटोक्यो ओलिंपिक में मेडल जीतने से पहले बजरंग पूनिया एकमात्र ऐसे भारतीय रेसलर हैं जिन्होंने वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में तीन मेडल जीते हैं।
2018 में सिल्वर मेडल
2013 और 2019 में ब्रॉन्ज मेडल
एशियन गेम्स में दो मेडल
2018 में गोल्ड
2014 में सिल्वर मेडल
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में गोल्ड
2014 में सिल्वर मेडल
एशियन चैंपियनशिप में 7 मेडल
साक्षी ने भी जीता गोल्डरोहतक की रहने वाली साक्षी मलिक ने भी गोल्ड मेडल जीता। साक्षी मलिक ने 2014 कॉमनवेल्थ में सिल्वर, 2018 में ब्रॉन्ज और तीसरी बार अब गोल्ड मेडल जीता है। साक्षी मलिक ने सुबह ही अपनी मां सुदेश मलिक से वादा किया था कि कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतकर ही वतन आएंगी