कमेटी ने निगम से मांगा स्ट्रीट लाइटों का रिकॉर्ड, अधिकारियों का छूटा पसीना
नगर निगम की विशेष जांच कमेटी ने एक वर्ष के दौरान लगी स्ट्रीट लाइटों का रिकॉर्ड तलब किया है। अधिकारियों को इसके लिए 16 अगस्त तक का समय दिया है। हाउस की मांग पर कमिश्नर ओमप्रकाश ने शनिवार को ही कमेटी गठित की थी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम की विशेष जांच कमेटी ने एक वर्ष के दौरान लगी स्ट्रीट लाइटों का रिकॉर्ड तलब किया है। अधिकारियों को इसके लिए 16 अगस्त तक का समय दिया है। हाउस की मांग पर कमिश्नर ओमप्रकाश ने शनिवार को ही कमेटी गठित की थी। कमेटी के एक्शन में आते ही कई अधिकारियों और स्ट्रीट लाइट लगाने वाले ठेकेदारों की परेशानी बढ़ गई है। शहर में स्ट्रीट लाइट सबसे बड़ा मुद्दा हैं।
अधिकारियों का दावा है कि गत एक वर्ष में करीब 20 करोड़ रुपये स्ट्रीट लाइटों पर खर्च किए जा चुके हैं। बावजूद इसके शहर की सड़कों पर अंधेरा है। शहरवासी तीसरे दिन स्ट्रीट लाइटों की शिकायत लेकर निगम कार्यालय में पहुंच रहे हैं। भाजपा के युवा नेता हिमांशु शर्मा ने गत दिनों स्ट्रीट लाइटों की शवयात्रा तक निकाल दी थी। नगर निगम कमिश्नर ओमप्रकाश ने इसके बाद ठेकेदारों को नोटिस जारी किया था। निगम के नोटिसों के बाद भी शहर की स्थिति में किसी तरह का सुधार नहीं हो पाया है। जांच कमेटी में ये हैं शामिल
भाजपा पार्षद दुष्यंत भट्ट की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें पार्षद सुमन छाबड़ा, पार्षद विजय जैन, पार्षद संजीव दहिया, बिजली निगम के एक्सईएन, नगर निगम की अकाउंट शाखा के एक अधिकारी को शामिल किया गया है। कमेटी हाउस की अगली बैठक में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है।
वर्जन :
स्ट्रीट लाइटों में भ्रष्टाचार साफ दिखाई दे रहा है। इसमें ठेकेदारों के साथ अधिकारी मिले हुए दिखाई दे रहे हैं। कमेटी ने निगम से लाइटों का सारा रिकॉर्ड 16 अगस्त तक मांगा है। इसमें जांच के उपरांत ही कुछ कहा जा सकता है।
दुष्यंत भट्ट, अध्यक्ष, जांच कमेटी।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप