दशहरा पर्व- विधायक रोहिता ने रावण की आरती उतारी, सीएम दे गए ये संदेश
पानीपत में विजयदशमी पर्व मनाया गया। शहर के विधायक से लेकर प्रदेश के मुखिया यानी मुख्यमंत्री मनोहरलाल भी दशहरास्थल पर पहुंचे। हवन किया और आरती उतारी गई। शाम को हुआ रावण का दहन।
जागरण संवाददाता, पानीपत - विजयदशमी पर रावण के दहन से पहले परंपरा अनुसार दिनभर लोग दशहरा मैदान पर दशनन की आरती उतारने पहुंचे। भाजपा की विधायक रोहिता रेवड़ी भी दिन में पहुंचीं। दरअसल, इसके पीछे की वजह है रावण की अच्छाइयों को जीवन में उतारना। श्रीराम ने जब रावण का वध किया था, तब उसकी अंतिम सांसों के समय उन्होंने भी लक्ष्मण को रावण के पास शिक्षा लेने के लिए भेजा था।
दोपहरबाद करीब चार बजे मुख्यमंत्री सेक्टर 25 में दशहरा स्थल पर पहुंचे। यहां पर हवन किया गया। इस दौरान गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि विजय दशमी के उत्सव पर हम हर वर्ष की भांति रावण का दहन करते हैं। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस त्योहार के दिन हमें अच्छे विचारों को अपनाना चाहिए। ये संकल्प लेना चाहिए कि हम किसी का अहित नहीं करेंगे।
दशहरा पर्व पर आरती करतीं विधायक रोहिता रेवड़ी।
दो महीने बाद गीता जयंती उत्सव
जिस तरह आज दशहरा मनाया जा रहा है, ठीक उसी तरह दो महीने बाद अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया जाएगा। हमें गीता के संदेश को जीवन में उतारना चाहिए। गीता हमारे जीवन का सार है। पिछले वर्ष 25 लाख लोग कुरुक्षेत्र में गीता जयंती के अवसर पर पहुंचे थे।
48 कोस के तीर्थों का होगा सुधार
मुख्यमंत्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र के 48 कोस में लगने वाले तीर्थों का सुधार किया जाएगा। वह पिछले दिनों इन तीर्थों पर गए थे। हर तीर्थ पर असीम शांति का अनुभव होता है। जल्द इस पर सरकार काम करेगी।