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अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम

कंपनी इंजीनियरों ने एक सप्ताह का समय मांगा 150 मरीजों का बैरंग लौटना तय।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Jul 2018 06:41 AM (IST)Updated: Sun, 29 Jul 2018 06:41 AM (IST)
अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम
अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम

जागरण संवाददाता, पानीपत

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सिविल अस्पताल में लगी अल्ट्रासाउंड मशीन की मियाद खत्म हो चुकी है। कंपनी के इंजीनियरों ने मशीन को कंडम कहकर मरम्मत करने से इन्कार कर दिया है। सिविल सर्जन का सख्त रवैया देख इंजीनियरों ने मशीन को रिपेयर करने की हां तो कर ली लेकिन एक सप्ताह का समय मांग लिया है। सीधा अर्थ, गर्भवती महिलाओं और पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीजों का बैरंग लौटना तय है।

गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में लगी अल्ट्रासाउंड मशीन करीब 14 साल पुरानी है, जबकि इसकी अधिकतम मियाद 12 साल है। तकरीबन दो साल से मशीन मरम्मत के भरोसे है। मशीन खराब रहने के कारण एक माह में मुश्किल से 15 दिन ही अल्ट्रासाउंड होते हैं। अल्ट्रासाउंड कराने वाले मरीजों की संख्या रोजाना 150 तक रहती है, इनमें गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। दिक्कत को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने तीन माह पहले मरीजों के अल्ट्रासाउंड करने बंद कर दिए थे। केवल गर्भवती महिलाओं और मेडिकल लीगल रिपोर्ट के लिए पहुंचे मरीजों के अल्ट्रासाउंड किए जाते रहे हैं। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में बिजली की दिक्कत को देखते हुए सिविल सर्जन के आदेश पर 10 जुलाई को एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन को नई इमारत में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई। करीब 10 दिन में एक्स-रे मशीन तो चल गई, इंजीनियरों ने अल्ट्रासाउंड मशीन को कंडम बता दिया।

उधर, सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने कहा कि सेवा प्रदाता कंपनी से व्यापक रखरखाव अनुबंध सितंबर 2018 तक है। कंपनी की मंशा है कि नए पा‌र्ट्स न डालने पड़े, किसी तरह अनुबंध की अवधि बीत जाए। अब कंपनी के इंजीनियरों से मरम्मत के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है। --

करीब एक साल पहले मुख्यालय को नई एक्स-रे-अल्ट्रासाउंड मशीन की डिमांड भेजी गई थी। रिमाइंडर भी भेजा गया है लेकिन ठोस जवाब नहीं मिला है। समस्या से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। अल्ट्रासाउंड के लिए अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है।

डॉ. आलोक जैन, चिकित्सा अधीक्षक-सिविल अस्पताल इन रोगों में अल्ट्रासाउंड जरूरी :

गर्भवती का प्रसव पूर्व, पथरी दर्द सहित पेट की अन्य बीमारियां। हार्ट, लिवर, रक्तवाहिका, पित्ताशय की थैली, तिल्ली, अग्नाशय, गुर्दे, मूत्राशय, अंडाशय, आंख और अंडकोष आदि अंगों से जुड़े रोग।


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