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नागरिक अस्पताल की टीम ने ओपीडी और लैब का किया निरीक्षण

डिप्टी एमएस डॉ. अमित पोरिया के नेतृत्व में टीम सबसे पहले प्रसूति वार्ड पहुंची। हॉल में 70-80 तीमारदार इधर-उधर बैठे और लेटे दिखे। लेबर रूम के बाहर जूते-चप्पलों का ढेर लगा देख महिला गार्ड को निर्देश दिए कि ऐसा नहीं होना चाहिए इससे जच्चा-बच्चा को संक्रमण हो सकता है। फीमेल वार्ड के बाहर नोटिस भी चस्पा किया गया ताकि एक बार में एक ही तीमारदार प्रवेश करे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 09:16 AM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 09:16 AM (IST)
नागरिक अस्पताल की टीम ने ओपीडी और लैब का किया निरीक्षण
नागरिक अस्पताल की टीम ने ओपीडी और लैब का किया निरीक्षण

जागरण संवाददाता, पानीपत : नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) और कायाकल्प योजना के तहत शुक्रवार को सिविल अस्पताल की टीम ने ओपीडी ब्लॉक का रूटीन निरीक्षण किया। प्रसूति वार्ड में तीमारदारों की भीड़ और गंदगी को देख जरूरी निर्देश दिए गए। इमरजेंसी वार्ड और ओपीडी ब्लॉक के दोनों साइड खड़े वाहनों के टायरों की हवा निकाल दी गई।

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डिप्टी एमएस डॉ. अमित पोरिया के नेतृत्व में टीम सबसे पहले प्रसूति वार्ड पहुंची। हॉल में 70-80 तीमारदार इधर-उधर बैठे और लेटे दिखे। लेबर रूम के बाहर जूते-चप्पलों का ढेर लगा देख महिला गार्ड को निर्देश दिए कि ऐसा नहीं होना चाहिए, इससे जच्चा-बच्चा को संक्रमण हो सकता है। फीमेल वार्ड के बाहर नोटिस भी चस्पा किया गया, ताकि एक बार में एक ही तीमारदार प्रवेश करे।

सफाई कर्मियों को फटकार

इसके बाद टीम ओपीडी ब्लॉक पहुंची। चिकित्सकों से उनकी दिक्कतों के विषय में पूछा। एक-दो जगह गंदगी देख सफाईकर्मियों को फटकार लगाई गई। ब्लॉक के प्रथम तल पर लाइट की व्यवस्था कम दिखी। शिशु रोग विशेषज्ञ की नेम प्लेट पुरानी ओपीडी से उखड़वाई गई।

इधर-उधर न खड़ा करने दें वाहन

गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए पोस्टपार्टम सेंटर के साथ गायनी ओपीडी बनेगी। ब्लॉक के बाहर बेतरतीब खड़ी बाइक और स्कूटर के टायरों की हवा निकाली गई। गार्डो को आदेश दिए गए कि किसी को भी वाहन इधर-उधर खड़ा न करने दें। इस बाबत नोटिस भी चस्पा किए गए। टीम में डॉ. चेतना, स्टाफ नर्स, इलेक्ट्रिशियन आदि शामिल रहे।

नई बिल्डिंग में दो ओटी रनिग में, सर्जरी शुरू

सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग स्थित छह ऑपरेशन थियेटरों (ओटी)में से दो पूरी तरह रनिग में हैं। दोनों थियेटरों में सर्जरी भी शुरू हो गई है। अभी चार मॉड्यूलर और तैयार होने हैं। बता दें कि अस्पताल प्रशासन ने 18 जून से पुरानी बिल्डिंग स्थित ओटी की मशीनरी नए में शिफ्ट करनी शुरू कर दी थी। 27 जून को पहली सर्जरी होनी थी लेकिन ऐन वक्त पर थियेटर के एसी नहीं चले थे।

अल्ट्रासाउंड कक्ष और कई ओपीडी पर ताला

अस्पताल में शुक्रवार को भी अल्ट्रासाउंड कक्ष पर ताला लटका दिखा। गर्भवती सहित अल्ट्रासाउंड कराने वाले करीब 80 मरीज निराश लौट गए। स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. राघवेंद्र ट्रेनिग पर बताए गए। मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. मोना और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप मदर टेरेसा होम में लगे शिविर में सेवाएं देने गए हुए थे। नतीजा, तीनों ओपीडी से लगभग 400 मरीज बिना इलाज लौट गए।


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