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अंधेरे में बच्चों का भविष्य, परिजनों का गुस्सा आसमान पर, मचा दी तोड़फोड़

यमुनानगर के स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल में परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सुबह परिजन स्कूल में घुस गए और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। स्कूल के प्रबंधक के भांजे से भी मारपीट हुई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 02:39 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 11:24 AM (IST)
अंधेरे में बच्चों का भविष्य, परिजनों का गुस्सा आसमान पर, मचा दी तोड़फोड़
अंधेरे में बच्चों का भविष्य, परिजनों का गुस्सा आसमान पर, मचा दी तोड़फोड़

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल में 10वीं कक्षा के बच्चों को रोल नंबर नहीं देने का विवाद थमा भी नहीं था कि अब नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों के परिजनों ने हंगामा कर दिया। यमुनानगर के खेड़ी रांगडांन गांव स्थित स्कूल की ब्रांच में परिजनों ने तोडफ़ोड़ करते हुए प्रेसीडेंट प्रवीण सरदाना के भांजे सिद्धार्थ से मारपीट की। इसके बाद प्रेसीडेंट के छोटे भाई गिरीश सरदाना काे कॉलर से खींचते हुए तीन किलोमीटर तक ले गए। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधक नौवीं कक्षा का इनरोलमेंट नंबर और ट्रांसफर सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है। उन्हें दूसरे स्कूल में बच्चों का एडमिशन कराना है।

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परिजन देवेंद्र सिंह, नसीब सिंह, राजविंद्र कौर, ऊषा, गुरमीत कौर, गीतांजलि ने दैनिक जागरण संवाददाता को बताया कि 40 बच्चों ने स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल से इसी सत्र में नौवीं कक्षा पास की है। स्कूल के पास नौवीं से बारहवीं कक्षा तक की मान्यता नहीं है। वे अपने बच्चों को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते हैं। दूसरे स्कूल में नौवीं का इनरोलमेंट नंबर और ट्रांसफर सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है। उन्होंने स्कूल प्रेसीडेंट प्रवीण सरदाना से बात की थी। उन्होंने एनरोलमेंट नंबर और टीसी देने के लिए शनिवार सुबह 10 बजे खेड़ी रांगडांन स्थित स्कूल की दूसरी ब्रांच में बुलाया था। अब वे मना कर रहे हैं। 

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पहले भांजे को पीटा फिर छोटे भाई से धक्का मुक्की
स्कूल में प्रेसीडेंट तो नहीं पहुंचे। वहां पर उनके छोटे भाई गिरीश सरदाना और भांजे सिद्धार्थ सरदाना आए हुए थे। परिजन उनसे पूछने लगे कि प्रेसीडेंट कब आएंगे। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। परिजनों ने जागरण संवाददाता को बताया कि सिद्धार्थ ने उन्हें कुछ अपशब्द कहे, जिससे नाराज परिजनों ने उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद उन्होंने गिरीश सरदाना से भी धक्का-मुक्की की। महिलाएं गिरीश सरदाना का कॉलर पकड़ कर स्प्रिंग डेल्स स्कूल वर्कशाप तक तीन किलोमीटर पैदल खींचते हुए ले गए। इसी दौरान परिजनों ने तोडफ़ोड़ भी की। इतना हंगामा होने तक कोई पुलिसकर्मी वहां नहीं पहुंचा था।

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एसएचओ ने गाड़ी में बिठाया तो किया हंगामा
जब परिजन गिरीश सरदाना को खींचते हुए लेकर चले गए तो एसएचओ फर्कपुर दिनेश सिंह पुलिसकर्मियों के साथ खेड़ी रांगडांन पहुंचे। लोगों ने उन्हें सारी बात से अवगत करवाया। एसएचओ तुरंत पीसीआर में गए और ससौली रोड पर हीरा फार्म के पास लोगों को रोक लिया। एसएचओ ने गिरीश सरदाना को पीसीआर में बैठा लिया। लोगों से भी अपील की कि कुछ लोग उनके साथ चलें और अन्य अपने वाहनों से स्कूल में चलें। लेकिन लोगों ने उनकी बात नहीं मानी और हंगामा कर दिया। लोगों का आरोप था कि अपने साथ ले जाकर एसएचओ उन पर किडनैपिंग का केस दर्ज कर देगी। काफी देर तक यहां हंगामा होता रहा। लोग सड़कों पर रुकने लगे। सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

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कमरे का ताला काट तब अंदर बैठे परिजन 
लोग स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल में पहुंचे तो यहां सभी कमरों में ताला लगा हुआ था। एसएचओ ने उन्हें कमरे में बैठने को कहा। परंतु किसी के पास चाबी नहीं थी। इसलिए बाहर से कर्मचारी को बुलाकर कटर से ताला काटा गया। इसी दौरान वहां पर डीएसपी सुभाष चंद भी पहुंच गए और परिजनों से बातचीत की। उन्होंने गिरीश सरदाना से प्रवीण सरदाना को बुलाने को कहा। गिरीश ने फोन कर जवाब दिया कि वे एक घंटे में स्कूल में आ जाएंगे। परंतु वे स्कूल नहीं पहुंचे। बाद में डीएसपी ने परिजनों को बताया कि उनकी बात हो गई है। उन्होंने सभी को मंगलवार सुबह 11 बजे स्कूल में बुलाया। कुछ लोगों को फीस की रसीद के साथ थाना फर्कपुर में बुलाया। इसके बाद परिजन वापस लौट गए।

इसलिए उठा विवाद
स्प्रिंग डेल्स स्कूल फर्कपुर के पास हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से आठवीं कक्षा तक की ही मान्यता है। इसके बावजूद स्कूल द्वारा फर्जी तरीके से 9वीं से 12वीं कक्षा तक की क्लास खेड़ी रांगडांन गांव स्थित स्कूल की अन्य ब्रांच में लगाई जा रही थी। स्कूल संचालकों ने विश्व भारती पब्लिक स्कूल सेक्टर 18 के साथ टाइअप किया हुआ था। विश्व भारती स्कूल के माध्यम से ही बच्चों की परीक्षा दिलवाई जानी थी। लेकिन लेन-देन में मामला बिगड़ जाने के कारण विश्व भारती ने सीबीएसई को 35 बच्चों के रोल नंबर के लिए आवेदन ही नहीं किया। जिस कारण दसवीं के 35 बच्चे अपनी परीक्षा इस साल नहीं दे पाए। अब 9वी क्लास पास कर चुके बच्चों के अभिभावकों को उनके भविष्य की चिंता भी सताने लगी है।

मेरा स्कूल से कोई वास्ता नहीं : गिरीश सरदाना
गिरीश सरदाना का कहना है कि मेरा स्प्रिंग डेल्स स्कूल से कोई वास्ता नहीं है। न मैं मैनजमेंट में हूं। प्रवीण सरदाना मेरे बड़े भाई है। इसी नाते स्कूल गया था। वहां लोगों ने मेरे और भांजे सिद्धार्थ के साथ मारपीट की। नौवीं पास कर चुके छात्रों को टीसी और एनरोलमेंट नंबर विश्व भारती स्कूल देगा। हमारे पास कुछ नहीं हैं। 

मंगलवार को बुलाया है : डीएसपी
डीएसपी सुभाष चंद ने बताया कि परिजनों को मंगलवार सुबह 11 बजे स्कूल में बुलाया है। स्कूल प्रेसिडेंट भी वहां मौजूद रहेंगे। स्प्रिंग डेल्स के खिलाफ बीईओ की शिकायत पर केस दर्ज कर रखा है। उस मामले की जांच की जा रही है।


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