पिता ने मां को पीटा तो बच्चे ने उठाया ये कदम, कुछ ही देर में पहुंच गई पुलिस Panipat News
पिता को हिंसक देख बच्चों ने पडोसी के घर में छिपकर बचाई जान। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 पर शिकायत कर मदद मांगी। सीडब्ल्यूसी तीन बच्चों को साथ लेकर आ गई।
पानीपत, जेएनएन। डाहर गांव में बिजली निगम कर्मचारी ने पत्नी को बेरहमी से पीटा। हथियार से वार कर घायल कर दिया। बच्चों को मारने दौड़ा। उन्होंने पड़ोसी के घर में छिपकर जान बचाई। वहीं से चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 पर फोन कर मदद मांगी। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य बचाने गांव पहुंचे तो आरोपित ने अभद्रता की। टीम ने तीन बच्चों को चाइल्ड केयर संस्थान में भेज दिया है।
समिति सदस्य डॉ. मुकेश आर्य ने बताया कि बिजली निगम कर्मचारी के सात बच्चे (पांच बेटी और दो बेटे) हैं। मामले की सूचना मिलते ही सरपंच से मिले। तीन बच्चे जहां छिपे थे वहां गए। आरोपित के घर पहुंचे तो पता चला कि दो बेटियां किसी काम से बाहर गई हैं। पुलिस और टीम को देख बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। पता चला कि पिता पहले भी कई बार बच्चों और पत्नी को पीट चुका है। पत्नी मौके पर नहीं मिली, पूछताछ में पता चला कि सिविल अस्पताल में मेडिकल कराने गई है। जान बचाने के लिए दूसरे के घर में छिपे बच्चों ने पिता के खिलाफ लिखित में शिकायत दी।
साथ रहने से इन्कार
तीनों बच्चों ने पिता के साथ रहने से इन्कार कर दिया। आरोपित ने अभद्रता करते हुए बच्चों को रोकना चाहा। इसराना पुलिस की मदद से बच्चों को साथ लाया गया। तीनों की सोमवार को काउंसिलिंग कराई जाएगी। समिति सदस्य अशोक कुमार भी साथ रहे।
बड़ी बेटी भी पिता से खफा
टीम जब बच्चों को बचाने पहुंची तो उनकी बड़ी बेटी ने भी पिता की शिकायत पुलिस को दी। पिता ने बेटी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी जिससे वह तिलमिला उठी। उसने भी भीड़ के सामने पिता को दो टूक कहा कि वह भी मां के साथ कहीं और रहेगी। तीनों बच्चों ने तो टीम के पहुंचने पर ही अपने कपड़े और किताब पैक कर लिए थे। डॉ. मुकेश आर्य ने बताया कि बिजली कर्मी का अपनी मां व परिवार के अन्य सदस्यों के यहां बराबर आना-जाना रहता है। पत्नी इसका विरोध करती है, इसी बात पर दोनों में कई बार झगड़ा हो चुका है।