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Panipat Crime News: चंडीगढ़ सचिवालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 15 लाख रुपये हड़पे

पानीपत में ठगी का मामला सामने आया है। चंडीगढ़ में सचिवालय में नौकरी के नाम पर ठगी की गई। नौकरी लगवाने का झांसा देकर 15 लाख रुपये हड़पे गए। बेटे की नौकरी के लिए कवि गांव के व्‍यक्ति से ठगी हुई।

By Vijay Edited By: Anurag ShuklaPublished: Tue, 29 Nov 2022 11:18 AM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 11:18 AM (IST)
Panipat Crime News: चंडीगढ़ सचिवालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 15 लाख रुपये हड़पे
पानीपत में नौकरी के नाम पर ठगी।

पानीपत, जागरण संवाददाता। केंद्रीय सचिवालय चंडीगढ़ में बेटे की नौकरी लगवाने का झांसा देकर कवि गांव के एक व्यक्ति से 15 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित का आरोप है कि उसने मतलौडा थाना पुलिस को शिकायत दी, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं की गई। एसपी के आदेश पर पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

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कवि गांव के आजाद सिंह ने एसपी को शिकायत दी कि उसकी गांव के जयभगवान सैनी के साथ अच्छी पहचान है। तीन साल पहले उसने अपने बेटे सुमित की सरकारी नौकरी लगवाने का जिक्र किया था। जयभगवान ने उसे बताया कि कैथल रोड करनाल सैनी मुहल्ला के संजय सैनी उसका रिश्तेदार है। संजय की चंडीगढ़ सचिवालय में बड़े-बड़े अफसरों से पहचान है।

वह सुमित को सचिवालय में नौकरी लगवा देगा। इसकी एवज में 10 लाख रुपये लगेंगे। अगर नौकरी नगीं लगवा पाया तो पैसे वापस कर देंगे। उसने बेटे के उज्जवल भविष्य के लिए विश्वास करके अपनी संपूर्ण जमा पूंजी व आढ़ती से उधार लेकर गांव के अजय को साथ लेकर संजय को छह जून 2019 को जयभगवान के घर 10 लाख रुपये दिए। अजय कुमार ने रशीद मांगी तो संजय ने विश्वास कायम करने के लिए उसे करनाल गोकुल मार्केट स्थित यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया करनाल का 10 लाख रुपये का चेक दे दिया। उस भरोसा दिलाया कि अगर किसी कारणवश सुमित को नौकरी नहीं लगवा पाया तो चेक से कैश निकलवा लेना।

एक वर्ष तीन महीने का समय निकल गया, लेकिन सुमित की नौकरी नहीं लगी। चेक बैंक में लगाया तो प्रबंधक ने बताया कि संजय का बचत खाता बंद है। इसलिए चेक निरस्त कर दिया। इस बारे में उसने दोनों आरोपितों को बताया। उसे दोनों ने कहा कि संजय की पहचान के अधिकारियों का तबादला हो गया है। नए अधिकारियों से सेटिंग के लिए पांच लाख रुपये और लगेंगे। आजाद सिंह ने आरोपितों को और पांच लाख रुपये भाई प्रेम सिंह व भतीजे अजय कुमार की मौजदूगी में दिए। इसके बावजूद भी उसके बेटे को नौकरी नहीं लगवाया। न ही पैसे वापस लौटाए। साजिश के तहत चेक बाउंस से संबंधित कानूनी कार्रवाई के लिए निश्चित समय अवधि की निकलवा दी।

आरोपित संजय ने उसे कहा कि उसका सट्टे का धंधा है। वह सट्टे से पैसे कमाकर उसे दे देगा। इसके बाद भी उसे पैसे नहीं दिए और धमकी दी। 


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