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विदेश भेजने के नाम पर ठगी, टूरिस्‍ट वीजा पर आस्‍ट्रेलिया भेज ठगे 35 लाख

पानीपत में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। परिवार सहित आस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 35 लाख की ठगी की गई। पैसे देने की बजाय आरोपित जान से मारने की धमकी दे रहे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 01:09 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 01:09 PM (IST)
विदेश भेजने के नाम पर ठगी, टूरिस्‍ट वीजा पर आस्‍ट्रेलिया भेज ठगे 35 लाख
विदेश भेजने के नाम पर ठगी, टूरिस्‍ट वीजा पर आस्‍ट्रेलिया भेज ठगे 35 लाख

पानीपत, जेएनएन। पावटी वासी अमित कुमार से परिवार सहित आस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 35 लाख रुपये ठग लिए। मामला वर्ष 2017 का है। इतना ही नहीं, ठगों ने अमित को परिवार सहित एक बार आस्ट्रेलिया भेजा जरूर, लेकिन टूरिस्ट वीजा पर। पोल खुली तो पहले पैसे लौटाने के लिए समय मांगते रहे और अब जान से मारने की धमकी दे रहे है। पीडि़त ने आईजी करनाल को शिकायत दे आरोपित तीनों भाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। 

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अमित ने आईजी को दी शिकायत में बताया कि उसके ममेरे भाई राजेश दलाल का गांव टीकरी कलां दिल्ली में बिल्डिंग निर्माण का काम है। वो भी अकसर आता जाता है। जहां पर उसकी मुलाकात प्रदीप निवासी टीकरी कलां से हुई। उसने बताया कि वह बच्चों को शिक्षा के लिए और पूरे परिवार को भी विदेश में शैटल कराता है। अमेरिका, कनाड़ा, आस्ट्रेलिया आदि देशों के दूतावासों में उसकी अच्छी पहचान है। तुझे भी परिवार सहित आस्ट्रेलिया भिजवा दूंगा। 50 लाख खर्च आएगा। 35 पहले और 15 लाख वीजा लगने के बाद देने होंगे।

मार्च 2017 में प्रदीप ने फोन कर उसे कहा कि ऐसे मौके बार बार नहीं आते। जिंदगी बन जाएगी। उसकी बातों में आ हामी भर उसने ममेरे भाई राजेश के सामने प्रदीप को 10 लाख रुपये दिए। अप्रैल 2017 में प्रदीप ने उससे और पैसे मांगते हुए कहा  कि  काम में करीब डेढ़ साल लगेगा। जैसे फाइल आगे बढ़ती जाएगी, वैसे ही पैसे देने होंगे। प्रदीप उसे फोन करता और उसके भाई  संदीप उर्फ सोनू व मंजीत घर आकर पैसे ले जाते। 

आरोप है कि झूठ बोल 8 माह में ही प्रदीप ने उससे 35 लाख रुपये ले लिए। साल भर बाद भी काम नहीं हुआ तो उसने प्रदीप पर पंचायती तौर पर दबाव बनाया। मई 2018 में उसने आस्ट्रेलिया का वीजा लगवा दे दिया। वो परिवार सहित आस्ट्रेलिया चला गया और करीब डेढ़ माह तक रहा। वहां उसे पता चला की ऐसा कोई नियम नहीं है। ये केवल टूरिस्ट वीजा है। 

जुलाई 2018 में आस्ट्रेलिया से लौटने के बाद उसने ममेरे भाई के साथ प्रदीप के घर जाकर पुलिस शिकायत की बात कहीं। इस पर मिन्नत कर आरोपित ने जल्द पैसे लौटाने बारे लिखित में देने के साथ 35 लाख का एक चैक देकर अक्टूबर 2018 तक का समय मांगा। फिर मार्च 2019 तक का समय मांगा, लेकिन पैसे नहीं दिए। 20 मार्च 2019 को उसने चैक लगाया तो बाउंस हो गया। उसके घर गए तो तीनों भाइयों ने घर आ किस्तों में पैसे लौटाने की बात कहीं। लेकिन जुलाई 2019 तक भी एक पैसा नहीं दिया। 

पैसे देने की बजाय बदला ठिकाना

अमित के मुताबिक ठगों ने उसके पैसे देने की बजाय रहने का ठिकाना ही बदल लिया। जुलाई माह में ममेरे भाई राजेश ने प्रदीप को रोहतक में पकड़ा। जो उसे समालखा लेकर आया। उन्होंने आरोपित से पैसे मांगे तो उसने अपने साथ आए दो अन्य लोगों के साथ मिलकर न केवल मारपीट की, बल्कि पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी तक दी। वहीं पुलिस ने तीनों आरोपित भाइयों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत आदि धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। 


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