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जर्मनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कैथल के युवक और उसके तीन रिश्तेदारों से 2.40 लाख रुपये ठगे

जर्मनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कैथल के एक युवक और उसके तीन रिश्तेदारों के साथ 2.40 लाख रुपये की बालाजी ट्रैवल एजेंसी के संचालक ने धोखाधड़ी कर ली।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Jul 2018 07:18 AM (IST)Updated: Sun, 08 Jul 2018 07:18 AM (IST)
जर्मनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कैथल के युवक और  उसके तीन रिश्तेदारों से 2.40 लाख रुपये ठगे
जर्मनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कैथल के युवक और उसके तीन रिश्तेदारों से 2.40 लाख रुपये ठगे

जागरण संवाददाता, पानीपत : जर्मनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कैथल के एक युवक और उसके तीन रिश्तेदारों के साथ 2.40 लाख रुपये की बालाजी ट्रैवल एजेंसी के संचालक ने धोखाधड़ी कर ली। एजेंसी संचालक का दावा है कि उसने ठगी नहीं की है। उसे झूठे केस में फंसाया गया है।

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कैथल के मटरुवा गांव के सचिन ने 28 जून, 2018 को सीएम ¨वडो में शिकायत दी कि कबूतरबाज गिरोह ने विदेश भेजने के नाम पर सैकड़ों लोगों को ठग लिया है। उसके और तीन रिश्तेदारों से विदेश भेजने के नाम पर 2.40 लाख ठगे हैं, जिसमें 1.60 लाख रुपये बैंक खाते स्थानांतरित किए गए। गिरोह का सरगना बालाजी ट्रैवल्स एजेंसी संचालक पलड़ी गांव का राजबीर ¨सह है। सचिन ने बताया कि 2017 में वह बीएससी नॉन मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ रिटेल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा था। उसका भतीजा करनाल के सुल्तानपुर का प्रवीन आया। उसने कहा कि पानीपत में बालाजी ट्रैवल्स एजेंसी का मालिक राजबीर उसका जानकार है। राजबीर उसे जर्मनी भेजकर नौकरी लगवा देगा। वहां पर वह पढ़ाई के साथ-साथ घर का खर्च चलाने के लिए नौकरी भी कर लेना। वह कागजात लेकर प्रवीन, अपने चाचा ददलाना के राधाकृष्ण के साथ राजबीर के कार्यालय में पहुंचा। राजबीर ने उसे विश्वास दिलाया कि वह उसे रिश्तेदार प्रवीन, सुल्तानपुर के देवेंद्र और ददलाना के राजबीर से पहले तीन महीने में विदेश में भेज देगा। तीनों ने उसे 1.90 लाख रुपये दिए हैं। उसने दावा किया था कि वह 50 हजार रुपये में विदेश भेज देगा। क्योंकि उसका पढ़ाई के आधार पर वीजा लगेगा। आइलेट करके नौकरी भी पा लेना। राजबीर ने उससे पासपोर्ट और वीजा के लिए कागजात और 50 हजार रुपये ले लिए। तीन महीने बाद विदेश जाने की कार्रवाई नहीं हुई तो उसने रिश्तेदारों पर दबाव बनाया। वे मिलकर राजबीर के घर भी गए। पंचायत भी हुई लेकिन राजबीर नहीं आया। कई बार वह आया तो कहता रहा है कि जल्द ही रुपये लौटा देगा। थाना शहर अंतर्गत बस अड्डा चौकी प्रभारी सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि राजबीर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगी के रुपये बांट देता हूं, पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ेगी

सचिन ने कहा कि पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए राजबीर उसे व उसके रिश्तेदारों को लेकर दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय के बाहर तक ले गया। उन्हें अंदर नहीं ले जाया गया। वह उन्हें बाहर खड़ा करके कई घंटे में लौटता था। फिर कहता था कि उनका काम हो जाएगा। उसने सीएम ¨वडो और एसपी को शिकायत दी तो राजबीर ने पुलिस के सामने लिखित दिया कि

वह उनके रुपये लौटा देगा। अगर पुलिस कार्रवाई करवानी है तो करवा लें। वह ठगी के रुपये सभी में बांटता है। उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। पुलिस उसके कहने पर उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर कर देगी। राजबीर उसका मोबाइल फोन भी ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। उसके व उसके रिश्तेदारों के साथ धोखाधड़ी कर ली गई है। झूठे केस में फंसाया

राजबीर का कहना है कि प्रवीन ने सचिन व अन्य के रुपये हड़पे हैं। उसे झूठे केस में फंसाया गया है। पुलिस मामले की जांच करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी। उसने विदेश में भेजने के नाम पर ठगी नहीं की है।


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