ड्रा में कार देने का झांसा देकर तीन सौ पुलिसकर्मियों की पत्नियों को ठगा
ठगी होने पर जिन पुलिसकर्मियों के पास शिकायत लेकर पहुंचते हैं, उन्हीं पुलिसकर्मियों की पत्िनयों को ठग लिया गया।
ठगी होने पर जिन पुलिसकर्मियों के पास शिकायत लेकर पहुंचते हैं, उन्हीं पुलिसकर्मियों की पत्नियां झांसे में आ गई। करीब ढाई सौ महिलाओं से 14 लाख से ज्यादा ठगी हो गई। जन चेतना मार्केटिंग नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने ड्रा में एक से पांच लाख रुपये, कार व बाइक निकालने का झांसा देकर न्यू पुलिस लाइन में रहने वाले हवलदार की पत्नी और भतीजी सहित 258 लोगों से 14 लाख रुपये की ठगी कर ली। हवलदार की पत्नी का दावा है कि ठगी के करीब 1200 लोग शिकार हुए हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं।
न्यू पुलिस लाइन में रहने वाले सुभाष नरवाल की पत्नी सुमन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मीड वे होटल के पास जन चेतना मार्केटिंग नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यालय है। इस कंपनी के निदेशक सुशील त्यागी ने उसे वर्ष 2015 में बताया कि कंपनी की आरडी की 21 महीने की स्कीम है। इसके लिए सदस्य बनाने होंगे। हर महीने प्रत्येक सदस्य से 500 से 1500 रुपये की किस्त लेनी होगी। हर महीने एक से पांच लाख रुपये का लक्की ड्रा निकाला जाएगा। अगर वह 1200 सदस्य बना लेगी तो उसे 25 हजार रुपये महीना वेतन और आजीवन कमीशन दिया जाएगा। उसने 238 फार्म 500 रुपये प्रति माह और 1500 रुपये के हिसाब से 18 फार्म भरवाए। इसमें 40 हजार रुपये की आरडी भी लगा रखी थी। उसने अपनी बहन की बेटी जोनी के जरिये भी करीब 208 लोगों की किस्त कंपनी में जमा करवा रखी है। अप्रैल 2017 को 21 महीने की स्कीम पूरी हो गई। इसके बाद हर सदस्य को 11 हजार रुपये मिलने थे। न तो सदस्यों को रुपये मिले और न ही ड्रा निकाला गया। उसके साथ 14 लाख रुपये की ठगी कर ली।
इस ठगी में सुशील के साथ मोहित व अकाउंटेंट सीमा बंसल भी शामिल है। सुमन ने 18 अगस्त 2017 को एसपी को शिकायत दी थी। थाना शहर के कार्यकारी प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि सुशील त्यागी, मोहित व सीमा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की पत्नियां व रिश्तेदार भी हुए ठगी के शिकार : सुमन का कहना है कि पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिसकर्मियों की पत्नियां व उनके रिश्तेदार भी जन चेतना कंपनी की ठगी के शिकार हुए हैं। इनकी संख्या 300 से ज्यादा हैं। इनमें अधिकतर के फार्म उसी ने भर रखे हैं। ठगी जा चुकी पुलिस लाइन में रहने वाली सुनीता, सुदेश, कविता, अनीता, निशा व सुमन ने बताया कि उन्होंने अपने पति के बिना बताए फार्म भरे थे। अब उनके रुपये डूब चुके हैं।
बहन कहकर विश्वास जीता, फिर कर ली धोखाधड़ी : सुमन ने बताया कि कंपनी का निदेशक सुशील त्यागी सोनीपत के खेड़ी तगा का रहने वाला है। वह गुहांड के सनपेड़ा गांव की रहने वाली है। इसी वजह से सुशील उसे बहन कहता था और उसी ने विश्वास जताया था कि वह कंपनी में 1200 सदस्यों की किस्त जमा कराएगी तो उसे वेतन व कमीशन मिलेगा। उसे 200 सदस्य बनाने पर 10 हजार का वेतन भी मिला। इसके बाद उसने 1200 के करीब सदस्य जोड़े। कंपनी ने उसे आल्टो कार भी दी थी। पांच लाख की कमीशन नहीं दिया। उसके साथ धोखाधड़ी कर ली है।
लेनदार घर लगाते हैं चक्कर, जीना मुहाल हुआ : सुमन का कहना है कि उसे कंपनी से जुड़ने की जानकारी अपने पति को नहीं दी थी। जब लेनदार महिलाएं उसके घर पहुंची तो तभी पति को पता चला। सुशील त्यागी जान से मारने की धमकी देता है। इससे उसका व उसके परिवार का जीना मुहाल हो चुका है। उसे न्याय नहीं मिला तो वह एसपी कार्यालय के बाहर धरना देगी।