केंद्रीय भूजल बोर्ड ने बड़े उद्योगों को एनओसी नहीं छोटों को दिए नोटिस: Panipat News
बड़े उद्योगों को भूजल दोहन की एनओसी नहीं दी गई। साथ ही छोटे मध्यम दर्जे के उद्योगों को एनओसी न लेने पर नोटिस दिया गया है।
पानीपत, जेएनएन। केंद्रीय भूजल बोर्ड ने बड़े उद्योगों को भूजल प्रयोग करने के लिए कोई एनओसी नहीं दी है। जबकि मध्यम व छोटे दर्जे के जिन उद्योगों ने एनओसी नहीं ली है। उनको नोटिस थमाए गए है। अमित राठी एडवोकेट ने यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी। जिसमें उन्होंने पानीपत में थर्मल, एनएफएल तथा रिफाइनरी बड़े स्तर को उद्योगों को भूजल का प्रयोग करने पर एनओसी देने संबंधी जानकारी चाही थी। साथ उन्होंने अन्य उद्योगों को एनओसी देने की जानकारी मांगी। जिस पर केंद्रीय भूजल बोर्ड चंडीगढ़ ने जवाब दिया कि इन बड़े स्तर के सार्वजनिक प्लांट को कोई एनओसी नहीं दी गई है।
जबकि भूजल का कमर्शियल प्रयोग करने वाले उद्योगों को एनओसी न लेने पर नोटिस जारी किए है। पानीपत, करनाल सहित सोनीपत में उद्योगों को 89 नोटिस जारी किए हैं। बोर्ड ने बताया कि प्रीमानसून से पहले इन जिलों में पानी के सेंपल लिए गए हैं।
54 उद्योगों पर कार्रवाई के निर्देश
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 147 उद्योगों को जल प्रदूषण के नोटिस दे चुका है। पानीपत में 54 उद्योगों को बंद किया जा चुका है। इन उद्योगों के पास केंद्रीय भूजल बोर्ड की परमिशन न होने की बात भी क्लोजर नोटिस में की गई है। उद्योगपतियों को भूजल के लिए ऑन लाइन एनओसी लेने की व्यवस्था की गई। है। पानीपत के निर्यातकों ने पिछले दिनों उद्योग मंत्री विपुल गोयल से मिलकर केंद्रीय भूजल बोर्ड की साइट न खुलने की समस्या भी बयान की थी।
सीडब्लूजीए की टीमें सैंपल लेने में व्यस्त
इन दिनों सीडब्लूजीए की टीमें पंजाब में भूजल के स्तर को जांचने व सैंपल लेने में जुटी हुई है। अधिकारियों से संपर्क किया गया तो बताया गया कि टीमें पंजाब में सेंपल लेने में जुटी है।
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