Move to Jagran APP

ये आंकड़े शर्मसार करने वाले, चार गुना बढ़ीं बेटियों से दुष्कर्म की वारदात

ये आंकड़े चौकाने वाले नहीं, बल्कि समाज को शर्मसार करने वाले हैं। इस साल यौन शोषण और दुष्कर्म के मामले पिछले साल की तुलना में चार गुना ज्यादा हुए हैं। जानिए आखिर क्या हैं आंकड़े।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 04:12 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 02:00 PM (IST)
ये आंकड़े शर्मसार करने वाले, चार गुना बढ़ीं बेटियों से दुष्कर्म की वारदात
ये आंकड़े शर्मसार करने वाले, चार गुना बढ़ीं बेटियों से दुष्कर्म की वारदात

पानीपत, जेएनएन। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश देने वाले हरियाणा में ही बेटियों की सुरक्षा खतरे में है। बेटियों से दुष्कर्म, यौन शोषण और हत्या के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इससे कहीं न कहीं सरकार और समाज पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ये हम नहीं बल्कि ये आंकड़ें इस बात के गवाह हैं। जानने के लिए पढि़ए दैनिक जागरण की ये रिपोर्ट।

loksabha election banner

स्टेट हेल्थ सिस्टम रिसोर्स सेंटर की ओर से सिविल अस्पताल में संचालित सुकून सेंटर की रिपोर्ट स्वस्थ समाज के लिए बेहद चिंताजनक है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में इस सेंटर में 28 पीडि़तों की काउंसिलिंग हुई थी। इस वर्ष यह संख्या चार गुना से बढ़कर 127 तक पहुंच गई है। इनमें 26 मामले नाबालिगों से दुष्कर्म और यौन शोषण से जुड़े हैं।

127 केसों की काउंसिलिंग
सुकून सेंटर के पुरुष परामर्शदाता धर्मवीर ने बताया कि यहां उन पीडि़तों की काउंसिलिंग की जाती है, जिनका सिविल अस्पताल में मेडिकल होता है। उद्देश्य पीडि़त महिला या बच्चा परिजनों और पुलिस को डर के कारण न बता सके, दोस्ताना व्यवहार के जरिए उस घटना का पता लगाना होता है। इस वित्तीय वर्ष में 14 नवंबर तक कुल 127 केसों की काउंसिलिंग की गई। इनमें 26 केस बच्चों के यौन शोषण, 41 केस महिलाओं के साथ दुष्कर्म और 60 केस घरेलू हिंसा से जुड़े हैं।

police

पिछले साल केवल 28 केस
वित्तीय वर्ष 2017-18 में सुकून सेंटर में कुल 28 केस, 2016-17 में 130 केस और 2015-16 में 91 केसों की काउंसिलिंग की गई थी।

पीडि़तों को देते हैं कानूनी सलाह
परामर्शदाता के मुताबिक बुधवार और बृहस्पतिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से दो वकील पीडि़तों को कानूनी सलाह देते हैं। फ्री कानूनी मदद की जानकारी दी जाती है। इसके अलावा जिसका मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है, वे किसी भी कार्य दिवस में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सलाह ले सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.